वीरधरा न्यूज़।गंगरार@ श्री कमलेश सालवी।
गंगरार। महानरेगा में पोपा भाई का राज कई अनिमिताए न श्रमिकों के लिए छाया न ही मेडिकल की कोई व्यवस्था, पंचायत समिति क्षेत्र में इन दिनों चल रहे नरेगा योजना के अंतर्गत कच्चे पक्के निर्माण कार्यों में बड़ी लापरवाह देखने को मिल रही है। नरेगा योजना कागजों में बड़े ही प्रभावी ढंग से संचालित हो रही है और इस योजना के नाम पर अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि वाह वाही लूट रहे है।वही धरातल पर कहानी कुछ और है, मौके पर ने तो छाया के लिए टेंट है न ही मेडिकल व्यवस्था और न ही छोटे बच्चों के लिए पालना की व्यवस्था। नरेगा में जहां 50 से अधिक श्रमिकों लोगो की स्वीकृतियां के मिस्टोल जारी करवाए जा रहे हैं। वही मौके पर आधे से भी अधिक अधिकांश श्रमिक भी नही पाए जा रहे है।
मौके से मेटो द्वारा जानकारी मिली की श्रमिक सुबह तो आए थे, उसके बाद कोई श्रमिक जीमने में गया हुआ है, तो कोई श्रमिक नाता लेने गया है, और कल सुबह सभी श्रमिक काम पर आ जाएंगे।
यह भी जानकारी में आया की अधिकांश कार्यों पर जेसीबी द्वारा कार्य करवाया गया है। और करवाया जा रहा है रात्रि मे एवं दिन मे भी मशीनों द्वारा कार्य को संपन्न करवाया जा रहा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि जेसीबी का खर्चा मजदूरों द्वारा भुगतान किया जा रहा है।
हाल ही में उपखंड क्षेत्र में चारागाह में मनरेगा योजना अंतर्गत नाडी निर्माण कार्य मजदूरों की बजाय मशीनों से करवाने को लेकर ग्रामीण लोगों ने उपखंड अधिकारी रामसुख गुर्जर को ज्ञापन सौंपकर अवगत कराया। ग्रामीणों ने बताया कि नाड़ी निर्माण के लिए मस्टररोल जारी किया गया। जिसके तहत मस्टररोल पर मेट मजदूरों की बजाय मशीनों से काम करवा रहा है। जिसके चलते मजदूरों को मजदूरी का लाभ नहीं मिल पा रहा है। और वर्तमान मस्टररोल में अभी कार्य होना बाकी है, वही मस्टररोल के तहत नाडी निर्माण का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की।
इस संबंध में विकास अधिकारी खूब चंद्र आमेरियास से जब जानकारी चाही तो उन्होंने कहा अधीनस्थ अधिकारियों को कल से ही पंचायत समिति क्षेत्र में चल रहे सभी पंचायतों के तहत नरेगा मे कार्यों की मॉनिटरिंग व जांच करने के सख्त निर्देश दिए।