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राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य शैलेंद्र पंड्या रहे चित्तौड़गढ़ दौरे पर

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।

चित्तौड़गढ़। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य एवं प्रभारी बाल संरक्षण प्रकोष्ठ राजस्थान बुधवार को चित्तौड़गढ़ दौरे पर रहे। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस में बाल कल्याण समिति के सदस्य, एन.जी.ओ. एवं अधिकारियों से बाल श्रम एवं बच्चों के बेहतर पुनर्वास के संबंध में चर्चा की।
उन्होंने कहा कि जिले में कुछ जगहों पर छोटे बालकों से बाल श्रम करवाया जा रहा है, उन जगहों पर बच्चों को रेस्क्यू कर नियोक्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए साथ ही बच्चों के बेहतर पुनर्वास के लिए क्या प्रयास करें इस पर चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि समाज में यह संदेश जाए कि जो बाल श्रम करवाते हैं एवं जो भी लोग इस कार्य में लिप्त हैं उनको बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि जिले में बाहर के राज्यों के बच्चे भी जिले में बाल श्रम करने आते हैं। उन बच्चों को भी पुनः उनके राज्यों में पुनर्वासीत करने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यदि हम बाल श्रम मुक्त समाज का सपना साकार करना चाहते हैं तो दो पक्षों पर हमें कार्य करना होगा। उन्होंने बताया कि नियोक्ताओं के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई हो एवं जो भी आमजन यदि बाल श्रम होते देखे तो सरकार द्वारा संचालित निशुल्क हेल्पलाइन नंबर 1098 पर कॉल कर सूचित करें। पंड्या ने बताया कि चिन्हित बच्चों को रेस्क्यू कर उनके बेहतर पुनर्वास के प्रयास किए जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा बच्चों के बेहतर पुनर्वास के पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध है। सरकार द्वारा कई योजनाएं चलाई जा रही है। पालनहार योजना में जो लाभ मिलता है उसे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बढ़ाकर दोगुना कर दिया है। एनजीओ एवं आमजन के समन्वित प्रयासों से इन योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार कर जागरूकता पैदा करें। उन्होंने कहा कि कहीं भी बाल श्रम करते हुए बच्चे पाए जाते हैं तो उन्हें रेस्क्यू कर इन सरकार की योजनाओं में जुड़वाने में हर संभव प्रयास करें।
इस दौरान एन जी ओ, बाल कल्याण समिति के सदस्य एवं विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

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