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गांधीनगर क्षेत्र में पार्षद की दबंगई, मारपीट का आरोप कोतवाली में की शिकायत।

 

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जब पूरे राज्य में राजनेताओं के हस्तक्षेप के चलते कानून व्यवस्था डगमगा रही तो चित्तौड़गढ़ में भी सही कैसे रह सकती है इसी का एक उदाहरण गांधीनगर में दबंग पार्षद ने एक परिवार के साथ मारपीट कर दिया।
हुडको कॉलोनी गांधीनगर सेक्टर 5 पर रहने वाले कमला मेवाड़ा (67) पत्नी बस्तीराम मेवाड़ा ने कोतवाली में दी रिपोर्ट में बताया कि में हमेशा की तरह अपनी दुकान जो कि मेरे निजी आवास के बाहर ही है अपने पुत्र त्रिलोक के साथ बेटी थी व मेरी पुत्री अनीता मेवाड़ा घर के चौक में बैठकर घर का काम कर रही थी तभी अचानक हमारे पड़ोस में रहने वाला सुमित मीणा पुत्र भंवरलाल जो कि वर्तमान में पार्षद हैं अचानक अपने पिता भंवर लाल, माता सुमित्रा के साथ पत्थर लेकर हमारी दुकान में घुस गया और मेरा वह मेरे बेटे के साथ मारपीट करते हुए दुकान के सामान में तोड़फोड़ करने लगा व कपड़े फाड़ते हुए मेरी ओढ़नी खींच दी और मेरी पुत्री के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मारने के लिए मेरे घर में दौड़ा, इससे पूर्व में भी कुछ दिन पहले सरकारी पानी के नल के पीछे मेरे पति बस्तीराम व मेरे साथ सुमित मीणा व इसके परिजनों ने अभद्रता की थी और आज पुनः यह घटना घटित हुई हम कोई बीच-बचाव कर पाते तो हमारे कपड़े फाड़ने लगा और जब हमने पुलिस में शिकायत की बात कही तो कहने लगा कि मैं ऊंची राजनीतिक पहुंच का आदमी हूं तुम मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकते और कहा कि सब को जान से मरवा दूंगा चाहे जिस थाने चौकी में रिपोर्ट कर दो मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
इस तरह की अचानक मारपीट से मेरे पुत्र त्रिलोक के शरीर पर बाहरी और अंदरूनी चोट आई तथा उसे कान से सही से सुनाई नहीं दे रहा साथ ही मेरे व मेरी पुत्री अनीता मेवाड़ा के कई चोट आई है तथा इस प्रकार हमारा परिवार इस दबंग पार्षद से डरा हुआ है एवं सदमे में है तथा हमें पार्षद सुमित मीणा, अमित मीणा, सुमित्रा मीणा ओर भंवर लाल से जान का खतरा है इस सदमे के कारण गत 10 दिनों से मेरे वृद्ध पति बस्तीराम काफी डरे हुए एवं बीमार है और घर से नहीं निकल पा रहे।
उन्होंने शिकायत दर्ज करा निवेदन किया कि उचित कार्रवाई करते हुए सभी मुलजिम की गिरफ्तारी जल्द करते हुए कठोर दंड दिलावे जिससे भविष्य में कोई व्यक्ति राजनीतिक दल के नाम से किसी महिला की लज्जा भंग ना कर सके व घर में घुसकर इस तरह से मारपीट व धमकी ना दे पाए।
अब सवाल यह उठता है कि परिजनों का कहना है कि शुक्रवार को मामले की रिपोर्ट दी लेकिन शनिवार तक भी किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई जिससे पूरा परिवार इस दबंग पार्षद से डरा हुआ है वही शहर में राजनेताओं की बढ़ती दबंगई पुलिस प्रशासन की कार्रवाई पर भी सवालिया निशान लगा रही है अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन बिना दबाव के उचित कार्रवाई कर पीड़ित परिवार को न्याय दिला पाएगा या फिर ऐसे ही चलता रहेगा यह तो समय के गर्त में है।

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