ग्रीष्म ऋतु में संभावित जल संकट को लेकर गंभीर है सरकार- सीएम चित्तौड़गढ़ से वीसी में जुड़े ज़िला कलक्टर एवं अन्य अधिकारी।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को राजस्थान के समस्त संभागीय आयुक्त एवं जिला कलेक्टर की वीडियो कांफ्रेंस के जरिए एक बैठक ग्रीष्म ऋतु में संभावित पेयजल संकट को लेकर ली। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि जल आपूर्ति को प्राथमिकता पर रखना होगा। सभी अधिकारी मिलकर प्रबंधन अच्छे से करें एवं आमजन को संतुष्ट रखें। पानी सबसे महत्वपूर्ण आवश्यकता है इसलिए अपने कंट्रोल रूम को भी 24 घंटे संचालित रखें।
कंट्रोल रूम पर आने वाली परिवेदनाओं का समाधान सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री गहलोत ने निर्देशित किया कि पीएचईडी एवं विद्युत विभाग आपसी समन्वय रखते हुए नियमित जलापूर्ति सुनिश्चित करने का प्रयास करें। जलदाय मंत्री महेश जोशी ने भी अपने विचार व्यक्त किए। ऊर्जा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने नहर बंदी के दौरान आवश्यक बातों का ध्यान रखने हेतु कहा। इस मौके पर प्रदेश के कई जिला कलेक्टर ने अपने-अपने जिलों में जल सप्लाई को लेकर बनाए गए प्लान मुख्यमंत्री गहलोत के समक्ष पेश किए।
वीसी में मुख्य सचिव ने कहा कि सभी अधिकारी अलर्ट रहें एवं आम जनता से संवाद करें। अंत में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि सभी अधिकारी आत्मविश्वास के साथ कार्य करें एवं आमजन को नियमित जलापूर्ति कर राहत प्रदान करें। चित्तौड़गढ़ ज़िले से जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल, एडीएम रतन कुमार स्वामी एवं विद्युत विभाग एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।