वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर उप वन संरक्षक चित्तौड़गढ़ एवं भीलवाड़ा तथा दादू पर्यावरण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर मेनाल वैली को पॉलिथीन मुक्त किया। करीब 4 घंटे के श्रमदान से एक टन पॉलीथिन इकट्ठा करके उसका डिस्पोजल किया। पॉलिथीन मुफ्त कार्यक्रम में डीएफओ चित्तौड़गढ़, डीएफओ वन्यजीव चित्तौड़गढ़, डीएफओ भीलवाड़ा सहित करीब 150 वन्य कर्मी मौजूद रहे। इसके बाद मेनाल रिसोर्ट में साझा वन प्रबंध तथा वन कानूनों पर कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टी मोहन राज डीएफओ वन्यजीव चित्तौड़गढ़ थे। अध्यक्षता सुगनाराम जाट डीएफओ चित्तौड़गढ़ कर रहे थे एवं विशिष्ट अतिथि डी पी जागावत डीएफओ भीलवाड़ा, महेंद्र सिंह कच्छावा थे। पॉलिथीन मुक्त अभियान में दीपक ट्रेडर्स बेगूं का भी योगदान रहा।
मंच संचालन प्रदीप पवार ने किया। पर्यावरण कथा दादू पर्यावरण के संयोजक महावीर शीशा ने बताया कि कार्यशाला में पर्यावरणीय कानून पर चर्चा हुई तथा साझा वन प्रबंध पर भी बात की। इस अवसर पर सैकड़ों वन कर्मी रेंजर व सहायक वन संरक्षक मौजूद रहे।
वनों के संरक्षण में विभाग के साथ जन समुदाय की भूमिका जरूरी – डीएफओ सुगनाराम जाट
विश्व वानिकी दिवस के अवसर पर चित्तौड़गढ़ डीएफओ सुगनाराम जाट ने कहा कि वनों के संरक्षण में विभाग के साथ आम नागरिकों की भूमिका जरूरी है ताकि वन संरक्षण को गति मिल सके। इसी प्रकार महेंद्र सिंह कच्छावा ने वन कर्मियों को वन संरक्षण कानून के प्रति जागरूक करके वन कर्मियों के दायित्व बताएं। वन संरक्षण की परंपरा को पुराने रीति-रिवाजों के साथ जोड़ने की बात डीपी जगावत डीएफओ भीलवाड़ा ने बताया कि नई पीढ़ी को पुराने रीति-रिवाजों पर जाने की जरूरत है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि टीम मोहनराज ने वन संरक्षण के साथ-साथ वन्य जीव संरक्षण की बात कही। इसी प्रकार सुगनाराम जाट ने वन रिपोर्ट का जिक्र करते हुए 1 रिपोर्ट के अनुसार जिले में हरित क्षेत्र में वृद्धि हुई है।