वीरधरा न्यूज।भूपालसागर@ श्री शेख सिराजुद्दीन।
भूपालसागर। अध्यात्मिक साधना केंद्र हमारी संस्कृति के संवाहक के आने वाली पीढ़ी में संस्कारों की बीजारोपण में ऑक्सीजन से महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।आध्यात्मिक ग्रंथों के ज्ञान को वैज्ञानिक ढंग से विश्व के कोने कोने में प्रस्तुत किया जाए जो तर्क रहित आत्मा से विकारों की मुक्ति शरीर को बीमारियों से मुक्ति और पर्यावरण के लिए कारगर साबित होगा। अध्यात्मिक साधना की सफलता के लिए संकल्प शक्ति बीज के समान है संकल्प जितना फौलादी होगा सफलता उतनी ही शीघ्र मिलेगी। शुभ संकल्प ही मानव जीवन का मुख्य लक्ष्य होना चाहिए वह भी निस्वार्थ और निष्काम परमार्थ के लिए। बिना संकल्प के जीवन पशु तुल्य है जितना संकल्प महान होगा उतना ही बत्ती ऊंचाइयों के शिखर पर पहुंचेगा। संकल्प का जाति उम्र पंथ के साथ कोई संबंध नहीं होता है। संकल्प के बिना भगवान भी सामने आकर खड़े हो जाए तो व्यक्ति कल्याण नहीं हो सकता है, उक्त विचारों के धनी राष्ट्र संत कमलमुनि कमलेशजी का 5 मार्च प्रातः 9 बजे आकोला श्रीकृष्ण महावीर गौशाला में एवं शाम 7.30 बजे तेरापंथ भवन मे धर्म सभा को संबोधित करेंगे।