वीरधरा न्यूज।सोनियाना @ श्री कालु सेन।
सोनियाना।राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश), चित्तौडगढ ओमी पुरोहित द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना में सचिव भानु कुमार, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण चित्तौडगढ ने उपकारागृह कपासन का औचक निरीक्षण किया गया।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण भानु कुमार ने बताया कि निरीक्षण के दोरान उपकारागृह कपासन में अनियमिताएं पाई गई जिसमें अधिकांश बंदीयों के मास्क नहीं थे, उपकारापाल गोपाल लाल कोविड-19 की जाॅच के बारे मे जानकारी ली गई तो उसने बताया कि अभी तक कोविड-19 की जाॅच नहीं हुई है तो उपकारापाल को जल्द से जल्द से कोविड-19 की जाॅच करवाने हेतु दिशा निर्देश प्रदान किये गये। उपकारापाल से कोविड 19 महामारी के बचाव के लिए सावधानियों की जानकारी ली गई। उपकारापाल ने बताया कि बंदी को जेल में दाखिल करने से पूर्व वारण्ट के साथ बंदी की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही बंदी को जेल में दाखिल किया जाता है तथा उनकों पृथक से आइसोलेट रखा जाता है एवं कोरोना के कोई लक्षण दिखाई नहीं देने पर ही अन्य बंदियों के साथ रखा जाता है।
सचिव ने उपकारापाल को निर्देशित किया कि जेल में निरूद्व बंदीयों के कोविड 19 टीकाकरण की पालना, सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोविड 19 के संबंध में राज्य सरकार द्वारा समय समय पर जारी दिशा निर्देशों की पालना करने एवं मास्क तथा सेनिटाईजर का नियमित उपयोग करने की सलाह दी। बैरक का निरीक्षण कर बंदियों से व्यक्तिशः बात कर समस्याओं के बारे में जानकारी ली तो कुछ बंदियों ने उनके प्रकरण में पैरवी हेतु अधिवक्ता नियुक्त नहीं होने की बात बताई जिस पर उपस्थित तालुका सचिव को आवश्यक दिशा निर्देश दिए कि जो बंदि अपने प्रकरण की पैरवी करने के लिए अधिवक्ता नियुक्त करने में असमर्थ हो उनके आवेदन भरवाकर निःशुल्क अधिवक्ता प्रदान किए जाने की कार्यवाही करें। निरीक्षण के दौरान कुल 52 बंदि उपस्थित पाए गए।