नागौर/ मेड़ता रोड-मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से हुई मंत्री परिषद की की बैठक, कोविड-19 को लेकर जारी की गाइडलाइन।
वीरधरा न्यूज।मेड़ता रोड@ श्री एजाज़ अहमद उस्मानी।
मेड़ता रोड़।बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से हुई राज्य मंत्रिपरिषद् की बैठक में आए सुझावों एवं विचार-विमर्श के अनुरूप गृह विभाग ने कोविड संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव के लिए महामारी सतर्क-सावधान जन-अनुशासन दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसके महत्वपूर्ण बिन्दु इस प्रकार हैं:-
शैक्षणिक गतिविधियों के सम्बन्ध में
जिन विद्यालय/महाविद्यालय/विश्वविद्यालय/कोचिंग संस्थान द्वारा छात्रावास का संचालन किया जा रहा है, संस्था प्रधान/संचालक द्वारा कोविड उपयुक्त व्यवहार (डबल डोज वैक्सीनेशन, मास्क का अनिवार्य उपयोग, दो गज की दूरी, सेेनेटाइजेशन, बंद स्थानों पर उचित वेन्टीलेशन इत्यादि) की अनुपालना सुनिश्चित की जायेगी।
जयपुर एवं जोधपुर में बढ़ते कोविड संक्रमण के मद्देनजर जयपुर नगर निगम क्षेत्र (ग्रेटर/हैरिटेज) एवं जोधपुर नगर निगम (उत्तर/दक्षिण) के समस्त सरकारी/निजी विद्यालयों में कक्षा 8 तक की नियमित शिक्षण/कोचिंग गतिविधियों का संचालन आगामी दिनांक 17 जनवरी, 2022 तक बंद रहेगा, परन्तु ऑनलाइन अध्ययन जारी रखा जायेगा।
राज्य के अन्य जिलों के सम्बन्धित जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट शैक्षणिक गतिविधियों के संचालन के सम्बन्ध में अतिरिक्त मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, राजस्थान सरकार से चर्चा उपरांत निर्णय ले सकेंगे।
कार्यालयों के सम्बन्ध में नगर निगम एवं नगर पालिका क्षेत्रों के सभी राजकीय कार्यालयों, जहां कर्मचारियों की बैठक व्यवस्था में सोशल डिस्टेंसिंग संभव नहीं हो, उन कार्यालयों में 50 प्रतिशत कार्यालय उपस्थिति तथा 50 प्रतिशत घर से कार्य के सम्बन्ध में सचिवालय स्तर पर प्रशासनिक सचिव, विभाग स्तर पर विभागाध्यक्ष एवं जिला स्तर पर जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट निर्णय ले सकेंगे।
यह आदेश निम्न आवश्यक सेवाओं से सम्बन्धित कार्यालयों पर लागू नहीं होगा:-
जिला प्रशासन, गृह, वित्त, पुलिस, विधि विज्ञान प्रयोगशाला, जेल, होमगार्ड, कन्ट्रोल रूम एवं वॉर रूम, वन एवं वन्य जीव विभाग, आयुर्वेद विभाग, पशुपालन विभाग, सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएं, सार्वजनिक परिवहन, आपदा प्रबंधन, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, नगर निगम, नगर विकास प्रन्यास, जिला परिषद, विद्युत, पेयजल, स्वच्छता, टेलीफोन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा विभाग।
समस्त सरकारी एवं निजी कार्यालयों में कोविड उपयुक्त व्यवहार (डबल डोज वैक्सीनेशन, मास्क का अनिवार्य उपयोग, दो गज की दूरी, सेेनेटाइजेशन इत्यादि) की अनुपालना सुनिश्चित कराने की जिम्मेदारी सम्बन्धित कार्यालय अध्यक्ष की होगी।
कार्यालय अध्यक्ष द्वारा विशेष योग्यजन/गर्भवती महिला/55 वर्ष या उससे अधिक आयु/पुराने रोगों एवं सहरूग्णता परिस्थितियों से पीड़ित कर्मचारी/अधिकारी को कार्यालय में उपस्थित होने से छूट दी सकेगी, लेकिन उन्हें घर से काम करना आवश्यक रहेगा।
वे कर्मचारी/अधिकारी जो कार्यालय में नहीं आ रहे हैं एवं घर से कार्य कर रहे हैं, वे हर समय टेलीफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों पर उपलब्ध रहेंगे।
कार्यस्थल पर किसी भी कार्मिक के कोविड पॉजिटिव या फिर संभावित संक्रमण की स्थिति बनने पर कार्यालय अध्यक्ष द्वारा कार्यालय कक्ष को 72 घंटे के लिए बंद किया जा सकेगा एवं सम्बन्धित कार्यालय कक्ष के अन्य कर्मचारियों को घर से कार्य करने की अनुमति प्रदान की जायेगी।
अन्य दिशा-निर्देश
कोविड की वर्तमान परिस्थितियों के मद्देनजर प्रशासन गांव के संग एवं प्रशासन शहरों के संग अभियान के अन्तर्गत प्रस्तावित शिविर आगामी आदेशों तक स्थगित रहेंगे।
संपूर्ण प्रदेश में प्रतिदिन रात्रि 11ः00 बजे से प्रातः 05ः00 बजे तक जन अनुशासन कर्फ्यू रहेगा।
यह दिशा-निर्देश 7 जनवरी 2022 से लागू होंगे। उक्त दिशा-निर्देशों का उल्लंघन किये जाने पर समस्त जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट अपने स्थानीय क्षेत्राधिकार में आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 से 60मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में कोरोना के तेजी बढ़ते संक्रमण पर चिंता व्यक्त की गई और संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रभावी कदम उठाने पर चर्चा की गई। राज्य मंत्रिपरिषद् ने विगत दिनों में संक्रमण की बढ़ती दर के दृष्टिगत कोविड अप्रोप्रिएट बिहेवियर की सख्ती से पालना कराने एवं विभिन्न गतिविधियों पर आंशिक पाबंदियां लगाए जाने के संबंध में सुझाव दिए।
बैठक में निर्णय किया गया कि राज्य मंत्रिपरिषद् के सदस्य अपने-अपने प्रभार वाले जिलों में कोविड की स्थिति पर लगातार नजर रखेंगे और जनप्रतिनिधियों एवं अन्य माध्यमों से मिले फीडबैक के आधार पर कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने की दिशा में सकारात्मक प्रयास करेंगे। सभी सदस्य आमजन को जागरूक करने के लिए भी जनभागीदारी के साथ समुचित प्रयास करेंगे।
बैठक में बताया गया कि विश्व के कई देशों में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन से संक्रमण की दर तेजी से बढ़ रही है, जो चिंता का विषय है। इस वायरस की प्रकृति को लेकर विशेषज्ञ लगतार चेतावनी दे रहे हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति एक साथ 20 से 25 व्यक्तियों को संक्रमित कर सकता है। ऐसे में, सभी को मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर को लेकर किसी तरह की लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए। राज्य मंत्रिपरिषद् ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन्स की पालना सख्ती से हो।राज्य सरकार ने कोरोना संक्रमण की पहली एवं दूसरी लहर में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, एनजीओ एवं आमजन के सहयोग से कोविड का बेहतरीन प्रबंधन किया था। कोरोना प्रबंधन को लेकर आगे भी संसाधनों की कोई कमी नहीं रहेगी। उन्होंने 31 जनवरी तक शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने, टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने एवं कोरोना प्रोटोकॉल की प्रभावी पालना पर जोर दिया।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री परसादीलाल मीणा ने बताया कि प्रदेश में कोरोना जांच की संख्या बढ़ाकर प्रतिदिन 55 हजार से अधिक कर दी गई है। साथ ही, समस्त सीएमएचओ एवं अन्य अधिकारियों को जरूरत के अनुसार इसे और बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
गृह राज्यमंत्री राजेन्द्र सिंह यादव ने आमजन में जागरूकता बढ़ाने एवं कोविड प्रोटोकॉल की पालना सही ढंग से कराने पर जोर दिया। उन्होंने तहसील स्तर तक पुलिस का फ्लैगमार्च करने का सुझाव दिया, ताकि लोग महामारी की गंभीरता के बारे में जागरूक हो सकें। आयुष राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि प्रदेश के सभी यूनानी एवं होम्योपैथी चिकित्सा केंद्रों पर कोविड से संबंधित दवाइयों का निशुल्क वितरण किया जा रहा है।
अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह अभय कुमार ने कोरोना के संबंध में जारी की गई गाइडलाइन्स के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि एयरपोर्ट पर कोविड टीमों द्वारा यात्रियों का आरटी-पीसीआर टेस्ट किया जा रहा है।
पुलिस महानिदेशक एमएल लाठर ने बताया कि प्रदेश में 36 जगहों पर चैक पोस्ट बनाई गई हैं एवं 1534 एंटी-कोविड टीमें लगाई गई हैं। कोविड गाइडलाइन्स की पालना के बारे में जागरूकता के लिए बुधवार एवं गुरूवार को सभी जिला मुख्यालयों पर पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है।
प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा वैभव गालरिया ने बताया कि अमेरिका में 3 जनवरी को पॉजिटिव केसेज की संख्या 10 लाख 82 हजार के करीब पहुंच गई। इसी तरह यूके, फ्रांस, रूस एवं जर्मनी जैसे देशों में भी पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है। उन्हाेंने बताया कि 4 जनवरी तक प्रदेश में 8 करोड़ 26 लाख कोविड-19 वैक्सीन डोज लगाए गए हैं। इनमें से 4 करोड़ 70 लाख पहली एवं 3 करोड़ 56 लाख दूसरी डोज शामिल हैं। स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स एवं 60 वर्ष से अधिक आयु के गंभीर रोग ग्रस्त व्यक्तियों को वैक्सीन की प्रिकॉशन डोज 10 जनवरी से शुरू की जाएंगी।
सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट में संक्रमण की दर काफी अधिक है, लेकिन इसमें संक्रमित मरीजों की मृत्युदर नगण्य है। उन्होंने सर्दी-जुकाम वाले मरीजों को समय पर चिन्हित कर उन्हें आइसोलेट करने एवं उनका कोविड टेस्ट तुरंत कराने तथा मास्क पहनने एवं कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर पर जोर दिया। डॉ. वीरेंद्र सिंह सहित अन्य चिकित्सा विशेषज्ञों ने भी सुझाव दिए। एवं राजस्थान महामारी अधिनियम, 2020 के अनुसार कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे।