वीरधरा न्यूज़।मेड़ता रोड@ श्री एजाज़ अहमद उस्मानी।
मेड़ता रोड़।ट्रस्ट सचिव चंचलमल नाहर ने बताया कि श्री फलवृद्धि पार्श्वनाथ भगवान का जन्मकल्याणक पर 125 तपस्वियों द्वारा अट्टम तेला का तप किया गया। ट्रस्ट सचिव चंचलमल नाहर ने बताया कि पौष बदी 12 शुक्रवार को साध्वी श्री प्रफुल्लप्रभा श्रीजी, अक्षयज्योतिश्रीजी म.सा. की निश्रा में जीवणीदेवी लूणकरणजी नाहर परिवार, मनोहरी बाई कवरलालजी वैद परिवार, चैन्नई व श्री मन्दिर ट्रस्ट द्वारा पारणा करवाकर तपस्वियों का बहुमान मन्दिर सचिव चंचलमल नाहर, भोजनशाला सचिव वीरेंद्रकुमार सिंघवी, ट्रस्टी पदमचंद तोलावत, बन्नेचंद नाहर, अरुणा बेन वैद, संजय बांगाणी, रामबाबू गुप्ता, पवन नाहर, शिखरचन्द, मंजू बोथरा द्वारा किया गया।
इस मौके पर चंचलमल नाहर ने कहा कि संतों की सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है तथा ईश्वर भक्ति का सही उपाय है उन्होंने कहा कि जैन धर्म अहिंसा परमो धर्म का पालन करने वाला धर्म है तथा एक पवित्र धर्म है जहां पर किसी भी विसंगति को नहीं अपनाया जाता है। उन्होंने कहा कि सच्चा जैनी वही है जो विसंगतियों से दूर रहता है तथा किसी भी प्रकार के ज़मीकन्द का प्रयोग नहीं करता है। इस मौके पर जैन समाज के अनेक लोग मौजूद थे।