शंभूपुरा।
जहा कोरोना महामारी के चलते प्रदेशभर में सरकार ने आतिशबाजी पर बेन लगा रखा है और यहाँ तक कि जुर्माना तक तय किया हुआ है लेकिन शंभूपुरा में यह सिर्फ कागजों में साबित हो रहा है।
बता दे कि शंभूपुरा में दीपावली की पूर्व संध्या पर जमकर सरकारी आदेशो की धज्जियां उड़ती रही लेकिन यह आवाज शायद थानेदार जी के बन्द ऑफिस तक नही पहुची ओर ना ही चौकी पर बिराजे दरोगा जी को आकाश में इतने समय तक चली आतिशबाजी की रंग बिरंगी छटाएँ नजर आई या यह कह सकते है कि जिम्मेदार अपनी जिम्मेदारी भुल कोरोना जैसी महामारी में फैलता संक्रमण ओर सांस व हृदय रोग पीड़ित व्यक्तियों को धुंए से होने वाली परेशानी के प्रति बिल्कुल सजग नही है।
बता दे कि हाल ही में जिला पुलिस कप्तान द्वारा एक नम्बर जारी कर सभी अधिकारियों को भी निर्देशित किया लेकिन इसका भी यहाँ कोई असर नजर नही आ रहा है।
इधर सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र के कुछ नामित दुकानदार भी चोरी छिपे कोई दुकान से तो कोई गोदाम व घरों से पटाखे बेच रहे ओर इसके साथ ही क्षेत्र में पटाखों की कालाबाजारी भी जारी है लेकिन इसका संज्ञान लेवे कोन।
जिम्मेदार बैठकर सोच रहे कि कोई हमारे पास शिकायत लेकर आएगा तो कार्यवाही करेंगे और आम जनता जो सरकार और प्रसासन के आदेश को मानते व सम्मान करते वो सोच रहे कि जब सब इनकी आंखों के सामने ही हो रहा फिर भी कोई कार्यवाही नही तो फिर शिकायत करके भी क्या करे।
क्षेत्र के हालात पर ना प्रशासन चिंतित है ना ही जिम्मेदार आखिर देखना यह है कि कितने दिनों तक चलेगा यह खेल, क्या दीपावली पर होगी सरकारी आदेशो की पालना या फिर ऐसे ही उड़ती रहेगी नियमो की धज्जियां।।