पत्रकार श्री राहुल भारद्वाज की रिपोर्ट
जयपुर ।
हाल ही सम्पत्र हुए नगर निगम चुनावों में जयपुर शहर के दोनो निगमों की कमान अब महिलाओं के हाथ में आ गई है। जयपुर ग्रेटर से जहां भाजपा प्रत्याशी सौम्या गुर्जर महापौर बनी है वहीं जयपुर हैरिटेज से कांग्रेस की महिला प्रत्याशी मुनेश गुर्जर को महापौर पद के लिए चुना गया है । इस प्रकार यदि देखा जाए तो अब तक जयपुर में महिला महापौर की कुल संख्या 5 पहुंच गई है। दूसरे बोर्ड में निर्मला वर्मा पहली महिला महापौर बनीं थी उनकी मौत के बाद शील धाभाई महापौर रही तथा इसके बाद महापौर के जनता से हुए सीधे चुनाव में कांग्रेस की ज्योति खण्डेलवाल महापौर बनीं थीं। इसलिए अब ग्रेटर में सौम्या और हैरिटज में मुनेश गुर्जर के महापौर बनने के लिए बाद महिला महापौर की संख्या 5 हो गई है। महापौर चुने जाने के आंकड़ों के हिसाब से देखा जाए तो सांगानेर विधानसभा से जयपुर को तीसरा महापौर मिला है। जयपुर नगर निगम के पूर्ववर्ती बोर्ड में अशोक लाहोटी और विष्णु लाटा सांगानेर से महापौर बने थे और अब इसी विधानसभा से सौम्या गुर्जर महापौर बनीं हैं। सौम्या गुर्जर सांगानेर विधानसभा के वार्ड 87 से जीती हैं।
पुलिस प्रशासन की चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था आई नजर
जयपुर पुलिस और प्रशासन ने मतदान के लिए निगम के बाहर चाक—चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की थी। निगम कर्मचारियों को भी आईडी कार्ड देखने के बाद ही एंट्री दी गई। किसी भी बाहरी व्यक्ति को कार्यालय में नहीं आने दिया गया। मतदान स्थल के बाहर ही पार्षदों का तापमान नापने और हाथ सेनेटाइज करने के बाद ही मतदान के लिए अंदर जाने दिया गया। जिन पार्षदों ने मास्क नहीं लगा रखा था, उन्हें भी मास्क देकर अंदर आने दिया गया।
सौम्या गुर्जर ने नहीं किया पदभार ग्रहण, पति आए पॉजिटिव
जयपुर ग्रेटर से महापौर के लिए चुनी गई सौम्या गुर्जर ने शपथ लेने के बाद पदभार ग्रहण नहीं किया है। गुर्जर नगर निगम कार्यालय से सीधे महापौर की गाड़ी में भाजपा मुख्यालय के रवाना हो गईं। यहां उन्होंने भाजपा के सह प्रभारी वी. सतीश सहित कई नेताओं से मुलाकात की। सौम्या के पति राजाराम गुर्जर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं।
अभी एक दिन और बाड़ाबंदी में रहेंगे दोनों पार्टियों के पार्षद
जयपुर के दोनों निगमों में उप महापौर का चुनाव बुधवार को होना है। इस वजह से भाजपा और कांग्रेस ने अपने अपने पार्षदों को वापस होटल में ही ठहरा दिया है। बुधवार को उप महापौर की घोषणा के साथ ही यह बाड़ाबंदी खत्म होगी ।