वीरधरा न्यूज़।राशमी@ श्री शंभुलाल आचार्य।
राशमी। समकित के संग समकित की यात्रा,स्ट्रेसफुल लाइफ का सोल्यूशन की प्रवचन श्रंखला में शनिवार को राशमी में आयोजित धर्मसभा में डॉ.समकित मुनि कहा कि द्रव्य क्षण के अंतर्गत हमे मानव जीवन मिला,अपार सुख सुविधायें और अनुकूलताएं मिली,क्षण में हमे ऐसे क्षेत्र में जन्म मिला जहा धर्म की आराधनाएं हो सकती है। तीर्थंकरों की वाणी का श्रवण कर सकते है जबकी नरक गति में धर्म करने का कोई मौका नही मिलता। वहां तो प्रतिपल वेदना में जीते है,तकलीफ में ही रहते हैं। और तो और देव जगत में भी धर्म आराधना नही कर सकतें। यह सब करने का अवसर एक मात्र मनुष्य को उपलब्ध होता है,आत्मकल्याण का यह सबसे उच्चत्तर ओर दुर्लभ अवसर हमें प्राप्त हुआ हैं। उन्होंने कहा कि नवकार के प्रति मोह पैदा होना सौभाग्य की बात हैं, लेकिन सोचिए चारो क्षेत्र हमे उपलब्ध होने के बावजूद कही हम अमूल्य मानव जीवन को बर्बाद तो नही कर रहे हैं अगर बर्बाद कर रहे है तो पशु ओर हमारे में कोई फर्क नहीं है। धर्म सभा के अंत में स्थानीय जैन श्रावक संघ ने रविवार को 151 समायिक करनें का संकल्प लिया। धर्म सभा मे जैन कांफ्रेंस के राजस्थान प्रान्त के कार्यकारिणी सदस्य दौलत पोखरना, प्रांतीय प्रचार प्रसार मंत्री अधिवक्ता गोवर्धन सिंह गिलुण्डिया, स्थानीय जेन समाज के मंत्री सोहन लाल पोखरना,अर्जुन लाल रांका, सागरमल मारू,सुनील रांका, महेंद्र रांका,प्रकाश पोखरना, पदम कुमार पोखरना,लादू लाल रांका, रिखब लाल बोर्दिया,भगवती लाल कोठारी,सुरेंद्र पोखरना,सुरेश पोखरना,भीमगढ़ संघ के अध्यक्ष मनोहर लाल गांधी,रतन लाल हिंगढ़ ,भीमगढ़ के सरपंच गणेश लाल पुर्बिया सहित कई श्रावक-श्राविकाएं उपस्थित थे।
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