मेड़ता रोड-ट्रेन लेट होने से यात्रियों की आगे की अधूरी यात्रा कल हुई पूरी, रेलवे कर्मचारियों ने बढाए मदद के लिए हाथ।
वीरधरा न्यूज़।मेड़ता रोड@श्री एजाज़ अहमद उस्मानी।
मेड़ता रोड। मेड़ता रोड देश का एकमात्र ऐसा कस्बा है जहां दो प्लेट फार्मों के बीच की दूरी 1 किलोमीटर से भी अधिक है। एक मेड़ता रोड मुख्य प्लेटफार्म है तो दूसरा मेड़ता रोड बाईपास प्लेटफार्म है। इस प्रकार दोनों स्टेशनों के बीच की दूरी अधिक होने के कारण मंगलवार को एक ही परिवार के लगभग 60 यात्रियों को अपनी यात्रा से महरूम रहना पड़ा था। यह सभी यात्री बीकानेर से बनारस के लिए रवाना हुए थे जो बीकानेर से लीलण एक्सप्रेस के द्वारा मेड़ता रोड पहुंचे मेड़ता रोड़ पहुंचकर इन सभी यात्रियों को मरुधर एक्सप्रेस पकड़नी थी लेकिन प्लेटफार्म की दूरी होने के कारण इनकी बनारस की ओर जाने वाली ट्रेन छूट गई। जैसे ही सभी यात्री मेड़ता रोड के मुख्य स्टेशन पर पहुंचे तो बनारस की ओर जाने वाली मरुधर एक्सप्रेस प्लेटफार्म पर आ गई आनन-फानन में कुछ यात्रि तो ट्रेन में चढ़ गए लेकिन कुछ यात्री व उनका सामान प्लेटफार्म पर ही छूट गया था तभी ट्रेन में चढ़े यात्रियों ने चार पांच बार चेन पुलिंग कर ट्रेन को रोक दिया जिसके पश्चात मेड़ता रोड आरपीएफ ने यात्रियों को दोषी ठहराते हुए उनके के चालान काटने शुरू करवा दिए थे। अपने खिलाफ कार्यवाही होते देख सभी यात्री रोष प्रकट करने लगे यात्रियों का विरोध देखकर रेलवे प्रशासन ने आपसी समझाइश के बाद मामले को शांत किया। तथा सभी यात्रियों को रेलवे के वेटिंग रूम में ठहरने का इंतेजाम किया तथा उनको भोजन नाश्ता की व्यवस्था कर ₹6000 की आर्थिक सहायता भी दी। मेड़ता रोड स्टेशन अधीक्षक रामसिंह बैरवा ने जानकारी देते हुए बताया कि इन सभी यात्रियों की सुविधा के लिए इनका तत्काल रिजर्वेशन वापस करवाया गया है तथा सभी रेलवे कर्मचारियों से आर्थिक सहायता के रूप में लगभग ₹6000 की धनराशि एकत्रित कर इनको आगे की यात्रा के लिए रवाना किया गया है । वही मेड़ता रोड आरपीएफ थाना अधिकारी जगमोहन लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी यात्री शादी समारोह में जाकर आ रहे थे तथा उनके कुछ साथी पीछे रहने की वजह से इनकी यात्रा में व्यवधान पैदा हुआ था। जिनको अब आगे की यात्रा के लिए रवाना कर दिया गया है आरपीएफ थाना अधिकारी ने कहा कि उन सभी यात्रियों की गलती यह है कि उन्होंने एक बार नहीं कई बार ट्रेन की चेन पुलिंग की थी जिसकी वजह से उन पर कार्यवाही के आदेश दिए गए थे लेकिन रेलवे प्रशासन ने उनकी मजबूरी देखते हुऐ उन्हें रहने के लिए स्थान मुहैया कराया साथ ही साथ उनकी आर्थिक मदद भी की है तथा भोजन पानी की व्यवस्था भी की गई थी। थाना अधिकारी ने कहा कि रेलवे प्रशासन आने वाले सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए बना है तो यात्रियों को भी चाहिए कि रेलवे प्रशासन का सहयोग करें तथा रेलवे के द्वारा बनाए गए नियमों का उल्लंघन नहीं करें।