चित्तोडगढ़-शतरंज में राजस्थान से और भी ग्रैंड मास्टर तैयार करने का उद्देश्य: अजय कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष, राजस्थान शतरंज संघ।
वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। राजस्थान शतरंज संघ व चित्तौड़गढ़ जिला शतरंज संघ के संयुक्त तत्वावधान और मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी एवं जिला खेल अधिकारी के मार्गदर्शन,निर्देशन में आयोजित हो रहे हर एक के लिए शतरंज खेल योजना मे गंगरार ब्लॉक के कई सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों के लगभग 170 बच्चों का तीन सत्रो में कोरोना गाइडलाईन के अनुसार प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ गंगरार की एक वाटिका में हुआ।
जिला शतरंज संघ के सह सचिव गोविंद चावला के अनुसार दोपहर एक बजे गंगरार स्थित वाटिका में रविंद्र सिंह राणावत प्रधान प्रतिनिधि, अजय कुमार गुप्ता कोषाध्यक्ष, राजस्थान शतरंज संघ, मुकेश गुर्जर अध्यक्ष भीलवाड़ा जिला शतरंज संघ (जिला रोजगार अधिकारी-भीलवाड़ा), ट्रेनर व चित्तौड़गढ़ जिला शतरंज संघ सचिव निलेश बल्दवा, इंटरनेशनल फिडे रैटेड प्लेयर और ट्रेनर कमलेश चैधरी, एम-2 प्रयास संस्थान के संचालक समाजसेवी मनोज मीणा, मदनलाल जाट, भंवरलाल सालवी, राहुल धाकड़ की उपस्थिति में माँ सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जवलन के साथ हुआ।
अतिथि रविंद्र सिंह राणावत ने कहा कि बच्चों को हर प्रकार के शारीरिक व्यायाम के साथ में मानसिक व्यायाम भी जरूरी होता है। इसके लिए शतरंज खेल का कोई मुकाबला नहीं है। इससे बेहतर और सस्ता कोई खेल नहीं है। प्रशिक्षण शिविर में गंगरार ब्लॉक से शतरंज खेलने की और सीखने की लगन रखने वाले बच्चों की उपस्थित संख्या को देखकर अतिथि राणावत ने बच्चों को नए शतरंज सेट भेंट किए और हर संभव सहयोग का वचन दिया।
अतिथि अजय कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष राजस्थान शतरंज संघ ने कहा कि मेरे बेटे ग्रैंड मास्टर चैस में राजस्थान के पहले अर्जुन अवॉर्डी अभिजीत गुप्ता की तरह राजस्थान शतरंज संघ का मुख्य उद्देश्य राजस्थान के हर क्षेत्र से बच्चे शतरंज खेल सीखें और आने वाले समय में राजस्थान के मेवाड़ से और भी कई ग्रैंड मास्टर बने और अपना व अपने परिवार का नाम रोशन करें। इसके लिए स्टेट के टूर्नामेंट में चयनित होकर इंटरनेशनल मैचेज में जाने वाले चयनित बच्चों को व्यक्तिगत रुप से ₹5100 रुपए नगद पुरस्कार प्रोत्साहन के रूप मे देने की घोषणा की।
भीलवाड़ा जिला शतरंज संघ के अध्यक्ष मुकेश गुर्जर (जिला रोजगार अधिकारी-भीलवाड़ा) ने प्रोजेक्टर व डेमो चैस बोर्ड के माध्यम से बच्चों को प्रथम स्तर की प्रशिक्षण शिविर में शतरंज और मोहरों की चाल के साथ उसके खेल नियम व तौर-तरीकों से अवगत कराया। आगामी दिवस के शिविर में छात्रों को सायमन पद्धति से शतरंज मैच का अभ्यास कराया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान एम-2 प्रयास संस्था के संचालक, समाजसेवी मनोज मीणा द्वारा बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देने एवं राजस्थान की पहली बच्ची गंगरार से सुश्री अनोखी मोची जो शतरंज का प्रशिक्षण ले रही है उसका सैनिक स्कूल की कक्षा 6 में चयन होने पर हार्दिक अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत गोविंद चावला, कमलेश चैधरी, चेतन गौड़, रुपेश सोनी, मनोज वशिष्ठ, जितेन्द्र सिंह, अली असगर बोहरा, राहुल धाकड़ द्वारा उपारना ओढाकर किया गया।