नागौर/मेड़ता रोड-केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरुद्ध कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा मेड़ता रोड में जन जागरण कार्यक्रम आयोजित
वीरधरा न्यूज़।मेड़ता रोड@ श्री एजाज़ अहमद उस्मानी।
मेड़ता रोड़। केंद्र सरकार की जन विरोधी नीतियों के विरुद्ध कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा जन जागरण अभियान के तहत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता और ग्रामीण मौजूद रहे तथा रैली निकालकर केंद्र सरकार की गलत नीतियों के विरुद्ध प्रदर्शन किया गया। मेड़ता विधानसभा “जन जागरण अभियान” प्रभारी पांचाराम इंदावाड़ ने कहा कि महंगाई के कारण आम आदमी त्रस्त है। पेट्रोल, रसोई गैस और रोज मर्रा में काम आने वाली आम जीवन की वस्तुएं इतनी महंगी हो गई हैं कि आम जनता को अपनी दिनचर्या चलाना मुश्किल हो रहा है। कांग्रेस पार्टी जन जागरण अभियान के तहत विभिन्न मुद्दों को लेकर पूरे देश में जन जागरण अभियान चला रही है। कहा कि मोदी सरकार ने हिटलर रुपी जनता के खिलाफ जो भी कदम उठाये है, उससे जनता परेशान हैं। इन सभी मुद्दों को वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। इस हेतु पार्टी इस अभियान को जारी रखेगी।कांग्रेस कार्यकर्ता हरेंद्र तेतरवाल ने भी भारतीय जनता पार्टी की जनविरोधी नीतियों को लेकर कड़े तंज कसे। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र की भाजपा सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ जन जागरण अभियान के तहत रैली निकाल कर हाथों में नारे लिखी हुई तख्तियां लेकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। महंगाई को लेकर कांग्रेस के पदाधिकारियों द्वारा जमकर हल्ला बोला गया। संबोधन के दौरान पांचाराम इंदावड़ ने कहा कि केंद्र सरकार को लगता है कि विपक्ष कमजोर है, लेकिन वास्तव में विपक्ष कमजोर नहीं हैं। अगर विपक्ष कमजोर होता तो मोदी सरकार कृषि कानून के तीनों बिलों को वापस लेने का फैसला नहीं करती। और राहुल गांधी को आरएसएस के कार्यकर्ताओं ने षडयंत्र पूर्वक पप्पू का नाम देकर छवि बिगाड़ने की कोशिश की। राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के सरकार को तीन बार झुकाया है। पहली बार जब भूमि अधिग्रहण बिल को लेकर दुस्साहस पूर्ण तरीके से कदम उठाया था उस समय राहुल गांधी की बात मानकर ही भाजपा ओंधे मुह गिरी थी। और दूसरी बार जब प्रधानमंत्री मोदी ने 15 लाख रुपए का कोट पहना था, तो राहुल गांधी की बात पर उस कोट को वापस नीलाम करना पड़ा और तीसरी बार राहुल गांधी के विरोध के बाद कृषि कानून बिल को भाजपा ने आखिरकार किसान विरोधी माना और उस बिल को वापस लेना पड़ा। कहा कि मोदीज पर अब जनता को विश्वास नहीं है। देश की जनता को भ्रम में नहीं डाल सकते हैं। कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने नारा दिया था कि “जय जवान – जय किसान” । भारत देश को आगे बढ़ाने में जितना जवानों का रोल है उतना ही किसानों का रोल है। किसानों के साथ विश्वासघात करके पब्लिक के साथ आप धोखा नहीं कर सकते। अब आपके खतरे की घंटी बज चुकी है। अब आपको घर जाना ही पड़ेगा। भले ही आपने बिल वापस ले लिए लेकिन आंदोलन के दौरान शहीद हुए 750 किसानों के घर दीपावली नहीं मनी। उनके परिवारजनों के आंखों के आंसू पोंछने में आप लेट हो चुके हैं। इस बार केंद्र सरकार का घर जाना तय है। केंद्र सरकार के विरुद्ध आक्रोश जताते हुए मौके पर पहुंचे सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं। नीजीकरण की बात को लेकर पांचाराम इंदावड़ ने कहा कि मोदीजी आपने कहा था कि कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया है। लेकिन मैं पूछना चाहूंगा कि कांग्रेस ने कुछ नहीं किया होता तो आज बेचने के लिए भाजपा सरकार के पास कुछ नहीं होता। इसलिए मैं खुला चैलेंज करता हूं कि किसानों का जो आंदोलन जोरदार से चल रहा है, इस मामले में जब तक संसद में कृषि कानून बिल पारित नहीं होगा और राष्ट्रपति के हस्ताक्षर नहीं होंगे तब तक आंदोलन जारी रहेगा। और कहा कि एमएसपी पर कानून बनाया जाए एवं बिजली का बिल वापस लिया जाए और किसानों के प्रति सहानुभूति से काम लिया जाए। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी सहित कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं द्वारा राजस्थान भर में जन जागरण अभियान के दौरान जो भी मांगे की जा रही है उन सभी मांगों को माना जाए जब तक केंद्र सरकार हमारी मांगों को नहीं मानेगी तब तक यह जन जागरण अभियान जारी रहेगा। इस दौरान जन जागरण अभियान विधानसभा प्रभारी पांचाराम इंदावड़, जसाराम मेघवाल, हरेंद्र तेतरवाल, बहादुर सिंह, मांगीलाल लटियाल, जीवन सिंह, छोटाराम तेली, सतार तेली, उस्मान, फकीर मोहम्मद, जगदीश, नूर मोहम्मद, जोराराम कडे़ला, रामचंद्र भाटी, औमप्रकाश हिदास, नेमाराम, मदन तालेपा, कालीबाई, चिराकुदिन सहित कई महिलाएं तथा कांग्रेस कार्यकर्ता मौजूद रहे। जन जागरण अभियान प्रभारी पांचाराम इंदावड़ ने सभी मौजूद जनों का आभार व्यक्त किया।