वीरधरा न्यूज़।डुंगला@श्री पवन अग्रवाल।
डूंगला। देश के हर नागरिक को स्वच्छता को अपने जीवन में अपनाना चाहिए। उन्होेनें कहा कि हमें व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ-साथ सामुदायिक स्वच्छता को भी अपनाना होगा तभी हम स्वच्छ भारत के प्रधानमंत्री के सपनों को पूरा कर सकेंगे। यह बात सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्युरो उदयपुर द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव पर राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बस स्टेण्ड डुगला के परिसर में आयोजित तीन दिवसीय प्रदर्शनी के दूसरे दिन बुधवार को प्रथम तकनीकी सत्र में बोलते हुए डूंगला पंचायत समिति के विकास अधिकारी जगदीश प्रसाद शर्मा ने कहीं। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा हर घर में शौचालय बनाने से महिलाओं को सम्मानित जीवन जीने का अधिकार मिला है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अभी हाल ही में स्वच्छ भारत मिशन शहरी 2.0 का भी शुभारंभ किया है इस मिशन का उद्देश्य देश की सभी शहरों को कचरा मुक्त और सुरक्षित जल उपलब्ध कराने का सपना साकार करना है।
उन्होंने इस अवसर पर गंदगी को फैलाने में प्लास्टिक का महत्वपूर्ण कारण बताते हुए अपील की कि जब भी आप मार्केट में सामान लेने जाए प्लास्टिक की थैलियों का प्रयोग नहीं करें कपड़े और जूट से बने बैग और कागज से बनी थैलियों का उपयोग करें । उन्होंने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग पर नियंत्रण पाने के लिए हमें सबसे पहले पर्यावरण पर होने वाले दुष्प्रभाव को समझना होगा तभी हमारी प्लास्टिक के उपयोग की आदत छुट पाएगी।उन्होने ने कहा कि प्लास्टिक थैलियों से हमारी खेती की उर्वरा शक्ति में भी कमी आ रही है इसलिए हमें मिट्टी के पारंपरिक तरीके से बने बर्तनों के इस्तेमाल को बढ़ावा देना चाहिए।
डूगला के खंड मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर माधव सिंह मीणा ने कहा कि कोरोना टीकाकरण के मामले में भारत ने बड़ा कीर्तिमान स्थापित कर लिया गया है. आज भारत ने 100 करोड़ कोविड वैक्सीन लगाने का रिकॉर्ड हासिल कर लिया है। उन्होने कहा कि डूगला ब्लॉक में 18 से 44 आयु वर्ग के लोगो को कोरोना वैक्सीन की प्रथम डोज 86 प्रतिशत के लगभग लग चुकि है। इसी प्रकार क्षेत्र के 50 प्रतिशत से अधिक लोगो को दोनो कोरोना वैक्सीन की डोज लग चुकि है।
प्रदर्शनी के तृतीय सत्र को संबोधित करते हुए स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल डूंगला के वरिष्ठ अध्यापक मोहनलाल मेघवाल कहा कि ने बिरसा मुंडा की जयंती को गौरव दिवस के रूप में मनाने की सरकार की पहल सराहनीय है। उन्होंने कहा कि बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 में झारखंड मैं एक जनजाति परिवार मैं हुआ, भगवान बिरसा मुंडा जन्म से ही प्रतिभाशाली थे। उन्होंने आदिवासियों के अधिकारों और उनके जल, जंगल और जमीन को बचाने के लिए अंग्रेजो के खिलाफ उलगुलान आंदोलन शुरू किया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार के सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीना ने बताया की इस प्रदर्शनी मे 50 पैनल के माध्यम से 1857 से 1947 तक के स्वाधीनता संग्राम की प्रमुख घटनाओ को ऐतिहासिक चित्रो और विशेष जानकारी के साथ दर्शाया गया हैं।
प्रदर्शनी के दौरान आज छात्र-छात्राओ एवं महिलाओ के बीच नये भारत की बदलती तस्वीर पर रंगोली, म्यूजिकल चैयररेस एव देश भक्ति गीत गायन तथा मौखिक प्रश्नोतरी प्रतियोगिता आयोजित की गई प्रतियोगिता के विजेताओ को विकास अधिकारी एवं खण्ड मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डूगला तथा सहायक निदेशक रामेश्वर लाल मीना ने पुरस्कार दे कर समानित किया।
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