वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कि पर्यावरण गतिविधि एवं विश्व हिंदू परिषद एकल अभियान के संयुक्त तत्वाधान में पर्यावरण को समर्पित और वैदिक विज्ञान पर आधारित पर्व आंवला नवमी के उपलक्ष में 11 आंवला वृक्षों का विधि विधान पूजा कर रोपण किया गया।
यह जानकारी देते हुए एकल अभियान के लक्ष्मण शर्मा ने बताया कि भोई खेड़ा मे प्राचीन मौर्य काल के समय 600 वर्ष पूर्व प्राचीन चारभुजा मंदिर के मैदान में वैदिक रीति रिवाज के अनुसार आंवला वृक्ष का रोपण पर्यावरण प्रेमी और संघ के कार्यकर्ता धर्मपाल गोयल, भेरूलाल भाई आदि के सानिध्य में आंवला वृक्षों का रोपण किया गया उपस्थित कार्यकर्ताओं को आंवला नवमी का महत्व बताते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के धर्मपाल गोयल ने बताया कि आज ही के त्रेता युग का आरंभ हुआ तथा आज ही के दिन आसुरी शक्तियों का नाश करने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने बाल लीलाएं छोड़ आसुरी शक्ति के प्रतीक कंस के विध्वंस के लिए मथुरा की ओर प्रस्थान किया था साथ ही हमारे पुरखों ने सामान्य जनमानस को आंवला के औषधीय गुण के कारण उसे सामान्य जनमानस में प्रचलित करने के लिए इस प्रकार के बड़े अवसर से जुड़ा के आंवला वृक्षो का संरक्षण हो और आम जीवन में आंवला का प्रचलन बड़े आंवला दीर्घायु कारक तथा वात पित्त कफ को संतुलित कर संपूर्ण शरीर को एक नया जीवन देता है इस कारण आंवला का महत्व है।
कार्यक्रम मे संगम महादेव पुजारी कालु गिरी, संघ के विभाग शारीरिक प्रमुख धर्मपाल गोयल, एकल के लक्ष्मण शर्मा, स्थानीय पार्षद बालकिशन भोई, पर्यावरण के विभाग संयोजक भेरूलाल भोई, मंङल संयोजक भगवान लाल भोई, हेमरेज भोई, महावीर भोई आदि कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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