इंदौर। पार्श्वनाथ कॉलोनी में रहने वाले 52 वर्षीय राम लाल यादव ने आत्महत्या कर ली। उनके शव के पास से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में उन्होंने स्पष्ट लिखा है कि कर्ज नहीं चुका पाने के कारण वह आत्महत्या कर रहे हैं। लॉकडाउन के कारण यादव का कारोबार ठप हो गया था, हालांकि लेनदार तंग नहीं कर रहे थे परंतु स्वाभिमान के कारण यादव काफी परेशान थे।
रात में हाथ की नस काट कर सो गया, सुबह पता चला
अन्नपूर्णा थाने के सब इंस्पेक्टर अंकित शर्मा के अनुसार मृतक 52 वर्षीय रामलाल पिता नत्थू प्रसाद यादव निवासी पार्श्वनाथ कॉलोनी है। रामलाल यादव प्रॉपर्टी ब्रोकिंग का काम करते थे और किराए के मकान में रहते थे। घटना के वक्त उनकी पत्नी औऱ बेटियां नानी के घर गए थे। बेटा ऊपर कमरे में सो रहा था। सुबह बेटा 5.30 बजे सोकर उठा, तो पिता के हाथ में खून दिखा। उनकी हाथ की नस कटी हुई थी। बेटा उन्हें तुरंत अस्पताल लाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि उन पर काफी कर्ज था। सुसाइड नोट में कर्ज का विवरण लिखा था। किसी के द्वारा परेशान करने की बात नहीं लिखी गई है।
लॉकडाउन के कारण धंधा ठप हो गया था, कर्ज नहीं चुका पा रहे थे
सुसाइड नोट में एक पेज में थोड़ा सा लिखा हुआ है। इसके अलावा बाकी स्टांप पर चार पेज लिखे हैं, जिसमें मैं स्वयं अपनी इच्छा से मर रहा हूं। किसी को परेशान ना करें। किसी की गलती नहीं है। बेटे अक्षय यादव ने बताया कि पिता ने आर्थिक तंगी के कारण आत्महत्या की है। बाहर से पैसा ले रखा था। वे चुका नहीं पा रहे थे। हालांकि लोग परेशान नहीं कर रहे थे। बेटे ने कहा कि कभी पिता ने डिप्रेशन की जानकारी नहीं दी।