चित्तौड़गढ़-विजयपुर तालाब की मोहरी खोलने के मामले में किसान संघ विजयपुर के अध्यक्ष सोहन दास वैष्णव ने ग्रामीणों को सहयोग की अपील की।
वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@श्री अनिल सुखवाल।
चित्तोडगढ़।विजयपुर ग्राम पंचायत वासियों के नाम एक अपील जारी करते हुए विजयपुर संघर्ष समिति किसान संघ के अध्यक्ष सोहन दास वैष्णव ने कहा कि हम लोग विजयपुर तालाब से प्रभावित सभी किसान पिछले 3 वर्षों से विजयपुर तालाब की मोहरी खुलवाने के लिए आंदोलनरत है लेकिन इसमें आशातीत सफलता प्राप्त नहीं हो पा रही है।
उन्होंने बताया कि विजयपुर तालाब से हमारे कुल 84 किसानों एवं उनके परिवार प्रभावित है पूर्ण रूप से प्रभावित है साथ ही भूपतपुरा के नीचे की कृषि भूमि, जवासिया, राजपुरिया ग्राम की तरफ से सटी कृषि भूमि, विजयपुर नाले के पास की भूमि तथा प्रताप विलास के उत्तर की ओर की कृषि भूमि, खेरज आराजी तक की भूमि में फसल की पैदावार प्रभावित हो रही है।
वैष्णव ने बताया कि हमारे आंदोलन को जनसमर्थन आशा अनुरूप प्राप्त नहीं हो पा रहा है। विजयपुर ग्राम पंचायत की जनता डर के माहौल के कारण खुलकर समर्थन में नहीं आ रही है, हमारे कई साथियों में भय का माहौल व्याप्त है इसका मुख्य कारण एक व्यक्ति की तानाशाही है। उन्होंने बताया कि भारत को स्वतंत्र हुए 74 वर्ष हो चुके हैं किंतु अब तक हमारी मानसिकता नहीं बदली है। भारतीय संविधान में सभी को समानता का अधिकार दिया गया है किंतु विजयपुर ग्राम में आज भी राजतंत्र मौजूद है। वैष्णव ने कहा कि अब तो राजतंत्र से बाहर निकलो तथा वास्तविकता को स्वीकार करो।
सोहन दास वैष्णव ने बताया कि पुर्व में विजयपुर तालाब में हम 84 किसानों की कुल मिलाकर लगभग 5000 बोरी तक पैदावार हुआ करती थी इससे कई परिवारों का भरण-पोषण होता था, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति समृद्धि मजबूत हुआ करती थी और कई व्यक्तियों को रोजगार भी प्राप्त होता था, विजयपुर निवासियों का रहन-सहन एवं जीवन स्तर बहुत अच्छा हुआ करता था। कहने का तात्पर्य यह है कि इस तालाब की जमीन से पहले किसी ना किसी रूप में प्रत्येक नागरिक व पशु लाभान्वित हो रहा था।
वैष्णव ने बताया कि पांच साल से सामंतशाही प्रवृत्ति के एक व्यक्ति द्वारा ही विजयपुर पंचायत की खुशहाली एवं उन्नत जीवन शैली को बर्बाद करके रख दिया गया है। अभी तक गुलामी के कीटाणु हमारे गांव में मौजूद है।
ग्राम वासियों से अपील करते हुए वैष्णव ने कहा कि विजयपुर के ग्राम वासियों अब तो जागो! अपने साथ हो रहे अत्याचार के विरुद्ध आवाज बुलंद करो, गुलामी की बेड़ियों को तोड़ डालो तथा हमारे आंदोलन में सम्मिलित होकर हमारा उत्साहवर्धन करो।
सोहन दास ने कहा कि “सत्य परेशान हो सकता है किंतु पराजित नहीं।” हमने विजयपुर की जनता की खुशहाली के लिए आवाज उठाई है और हम वसुदेव कुटुंबकम के सिद्धांत पर चल रहे हैं। आइए, आप और हम मिलकर ईश्वर से प्रार्थना करें कि एक गांव के सामंतशाही रखने वाले एक रसूख को सद्बुद्धि दे ताकि हम अपने संघर्ष में सफल हो।