वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट ताराचंद मीणा के निर्देशानुसार कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए जन सुरक्षा की दृष्टि से अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय की उपस्थिति में गुरुवार को समिति कक्ष में इस माह आने वाले पर्व/त्यौहार आदि को लेकर बैठक हुई। दिनांक 10 सितम्बर को गणेश चतुर्थी, दिनांक 11 सितम्बर को संवत्सरी, दिनांक 16 सितम्बर को रामदेव जयंती व तेजा दशमी, दिनांक 17 सितम्बर को जलझूलनी एकादशी एवं दिनांक 19 सितम्बर को अनन्त चतुर्दशी पर्व के दौरान कोरोना महामारी के मद्देनजर जारी दिशा-निर्देशों की पालना, साम्प्रदायिक सौहार्द, कानून एवं शांति व्यवस्था बनाए रखे के लिए विचार-विमर्श हेतु बैठक आयोजित की गई।
बैठक में सर्वप्रथम समस्त उपस्थित अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों का स्वागत किया गया। इसके बाद कोविड -19 की स्थिति को देखते हुए जन सुरक्षा की दृष्टि से जिले में इस माह आने वाले पर्व यथा दिनांक 10 सितम्बर को गणेश चतुर्थी , दिनांक 11 सितम्बर को संवत्सरी , दिनांक 16 सितम्बर को रामदेव जयंती व तेजा दशमी, दिनांक 17 सितम्बर को जलझूलनी एकादशी एवं दिनांक 19 सितम्बर को अनन्त चतुर्दशी को देखते हुए सुझाव आमंत्रित कर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में विस्तार से विचार-विमर्श उपरान्त पाया गया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में कोरोना वायरस ( कोविड -19 ) की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जन सुरक्षा की दृष्टि से इस माह आने वाले त्योहारों के दौरान भीड़-भाड़ होने की संभावना के मद्देनजर कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने हेतु पूरी तरह सजग रहने एवं सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
अतः सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि इस माह आने वाले उपरोक्त पर्व / त्योहारों यथा गणेश चतुर्थी, संवत्सरी, रामदेव जयंती व तेजा दशमी, जलझूलनी एकादशी, अनन्त चतुर्दशी इत्यादि पर्याप्त सावधानी एवं कोरोना प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित करते हुए घरों में रहकर परिवारजन के साथ मनाए जाएंगे।