चित्तौड़गढ़-रेवेन्यू ऑफिसर्स की मीटिंग में कलक्टर ने की समीक्षा, अवैध खनन और प्रशासन गांवों के संग को लेकर भी दिए दिशा-निर्देश।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में गुरूवार को पंचायत समिति सभागार में अवैध खनन, निर्गमन, स्टॉक की रोकथाम, प्रशासन गांवों के संग अभियान, राजस्व अधिकारियो एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की संयुक्त बैठक आयोजित की गई।
खातेदारी भूमि में अवैध खनन करने पर होगी खातेदारी निरस्त
खान विभाग तथा वन विभाग द्वारा अपने क्षेत्राधिकार में अवैध खनन के विरुद्ध की गई कार्यवाहियों के संबंध में बताया। जिला कलक्टर ने अवैध खनन गतिविधियों पर सख्ती दिखाते हुए खातेदारी भूमि में बिना सक्षम स्वीकृति के हो रहे अवैध खनन की जांच कर प्रकरण बनाया जाकर खातेदारी निरस्त कराने बाबत् आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया।
उप वन संरक्षक ने बताया कि तहसील बेगूं में मेनाल के समीप वन क्षेत्र भीलवाड़ा जिले के वन विभाग के क्षेत्राधिकार में आता है तथा खनि अभियन्ता द्वारा बताया गया कि रावतभाटा उपखण्ड का क्षेत्र खनि अभियन्ता, कोटा के क्षेत्राधिकार में आता है, इस पर जिला कलक्टर द्वारा अतिरिक्त जिला कलक्टर को निर्देश दिये कि जिले के प्रशासनिक नियंत्रण में लेने हेतु सरकार को प्रस्ताव भिजवाये।
जिला कलक्टर ने प्रतिमाह कार्यवाही हेतु लक्ष्य निर्धारित करने और संबंधित क्षेत्र के राजस्व अधिकारी से संपर्क कर कार्यवाही सुनिश्चित करने के खनि अभियन्ता को निर्देश दिये। चरागाह भूमि पर अवैध खनन की शिकायतों पर संबंधित तहसीलदारों को कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। राजस्व अधिकारियों को अपने क्षेत्र के अवैध खनन क्षेत्र को चिन्हित करने एवं अपने क्षेत्र में अवैध खनन का ब्लु प्रिंट/रोड़ मेप बनाकर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। खनि अभियन्ता, चित्तौड़गढ़ को अवैध खनन क्षेत्रों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु चैक पोस्ट स्थापित करने, आवश्यकतानुसार अतिरिक्त सुरक्षा बल के लिए अनुमति लेने एवं राजकीय भूमि में होने वाले अवैध खनन की जांच कर उक्त स्थानों पर खननपट्टा दिये जाने हेतु प्लॉट बनाये जाकर आवंटित कराने की कार्यवाही करने को कहा, जिससे न अवैध खनन पर अंकुश लगेगा, स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होने के साथ-साथ सरकार को राजस्व की प्राप्ति भी होगी। साथ ही बडे़ खननपट्टों एवं प्लॉन्टों की जांच भी करने के निर्देश दिये गये।
प्रशासन गांवों के संग अभियान
जिला कलक्टर ने जिले में 2 अक्टूबर 2021 से आयोजित होने वाले प्रशासन गांवों के संग अभियान की जिले उपखण्ड अधिकारियों, तहसीलदारों, राजस्व अधिकारियों एवं संबंधित विभागों के अधिकारियों से विस्तृत चर्चा करते हुए उन्होंने अभियान की सफलता के लिए पूर्व कैंप आयोजित करने एवं समस्त तैयारियां करने के निर्देश दिए। उन्होंने शिविरों में ग्रामीणों को लाभान्वित करने की बात कही।
मुख्य कार्यकारी दाताराम ने बैठक में प्रशासन गांवों के संग अभियान को लेकर ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग द्वारा किए जाने वाले कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। अभियान में पेंशन जारी करना, जन्म एवं मृत्यु प्रमाणपत्र, खाता विभाजन, म्यूटेशन, भूमि से संबंधित प्रकरण, शिक्षा, चिकित्सा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, सहित संबंधित 18 विभागों के कई प्रकार के कार्य किए जाऐंगे।
बैठक में राजस्व अधिकारियों से राजस्व कार्यों राजस्व न्यायालयों में लम्बित प्रकरणों गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार प्रदान करने सहित विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा कर प्रकरणों को निस्तारण करने के निर्देश दिए। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों से फ्लैगशिप योजनाओं की प्रगति की चर्चा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर (भू.अ.) ज्ञानमल खटीक, उप वन संरक्षक सुगनाराम जाट, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह देवल, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के प्रतिनिधि एवं जिले के समस्त उपखण्ड अधिकारी तथा तहसीलदार सहित जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे।