वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़। क्षत्रिय लोधा विकास समिति चित्तौड़गढ़ द्वारा 1857 की क्रांति की अमर शहीद वीरांगना अवंती बाई की जयंती पर सोमवार को शहीद स्मारक पर वीरांगना अवंती बाई की छाया चित्र पर प्रांतीय उपाध्यक्ष शिव लोधा पंचवटी, जिला उपाध्यक्ष देवीलाल लोधा मानपुरा, युवा जिला अध्यक्ष मिठू लोधा बिलिया ने दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यार्पण किया।
प्रांतीय प्रचार मंत्री शिवप्रकाश लोधा ने वीरांगना अवंती बाई की वीरगाथा सुनाते हुए कहा कि वीरांगना अवंती बाई का जन्म मध्य प्रदेश के सिवनी जिला मणिकर्णिका के लोधा राजपूत समाज में रावजुँझार सिंह के यहां हुआ। बाल्यकाल में ही तीर, भाला, गुड़सवारी, तलवार चलाना सीख लिया था। इनका विवाह मध्य प्रदेश के रामगढ़ मंडला राजा विक्रमादित्य सिंह के साथ हुआ जिनकी बीमारी के चलते अल्प आयु में मृत्यु हो जाने से राज्य की कमान वीरांगना ने संभाली और अंग्रेजों से डटकर मुकाबला किया। अंत समय में अंग्रेजों से चारों तरफ गिरते देख स्वाभिमान के खातिर स्वयं की तलवार को अपने पेट में घोप कर देश की खातिर प्राण न्यौछावर कर दिए। यही 1857 की क्रांति में रेवांचल के आंदोलन की सूत्रधार बनी और पूरे भारत में अंग्रेजो के खिलाफ भड़क उठी थी।
इस अवसर पर महिला जिलाध्यक्ष भारती लोधा, भगवान पटेल लक्ष्मीपुरा, भेरू लोधा, श्याम लोधा धनेत, रमेश लोधा लालजी का खेड़ा, पीपी सिंह, राजेंद्र लोधा, भेरू, कालू, रमेश, देवेन्द्र, श्यामसुंदर, मनीष, निर्मल, रतन, देवीलाल आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित कर गो-सेवा, वानर-सेवा की।