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निम्बाहेड़ा-सफल जीवन और राष्ट्र निर्माण हेतु सद्भावना नैतिकता और नशा मुक्ति आवश्यक- आचार्य महाश्रमण।

वीरधरा न्यूज़।निम्बाहेड़ा@ श्री सुरेश नायक।

निम्बाहेड़ा। अहिंसा यात्रा प्रणेता, महातपस्वी तेरापंथ धर्म संघ के 11 वे आचार्य श्री महाश्रमण का अपनी धवल सेना के साथ शुक्रवार को सुबह 9 बजे नगर में भव्य और ऐतिहासिक मंगल प्रवेश रहा। भक्ति और शक्ति की कल्याण नगरी निम्बाहेड़ा में उक्त प्रवेश भव्य होकर नगरवासियों के लिए धर्म लाभ के साथ यादगार बन गया। आचार्य श्री महाश्रमण 51000 (इक्यावन हजार) किलोमीटर की अहिंसा पदयात्रा पूर्वांचल और दक्षिणांचल की यात्रा करने वाले पहले आचार्य हैं। आचार्य श्री के स्वागत अभिनंदन में प्रशासन, नगरपालिका, तेरापंथ संघ के अनुयायियों सहित संपूर्ण जैन समाज और नगरवासियों ने पलक पावडे बिछा दिए। आचार्य श्री का स्वागत सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, सांसद चंद्रप्रकाश जोशी, पूर्व यूडीएच मंत्री श्रीचंद कृपलानी, पूर्व विधायक अशोक नवलखा सहित नगर के अन्य सभी जनप्रतिनिधियो ने आचार्य श्री का स्वागत कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त किया। आचार्य श्री महाश्रमण ने अपने संदेश में बताया कि सफल जीवन और राष्ट्र निर्माण हेतु प्रत्येक व्यक्ति में सद्भावना, नैतिकता और नशामुक्त जीवन का होना अति आवश्यक है। बताया गया कि आचार्य महाप्रज्ञ और आचार्य तुलसी का भाषाई योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।उनका राजस्थान की भाषा और साहित्य में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनका मेवाड़ की इस धरा पर कई सालों बाद आना हुआ है। उल्लेखनीय है कि आचार्य महाश्रमण का आज से 10 वर्ष पूर्व राजसमंद जिले में चातुर्मास हुआ था इसके बाद पुनः मेवाड़ क्षेत्र में अब फिर आना हुआ है।आचार्य श्री ने बताया कि वे यहां के लोगों की धर्म आस्था, समर्पण और सेवा भाव से अभिभूत है।

मंगल प्रवेश रहा भव्य और एतिहासिक-

आचार्य श्री के प्रवास स्थल की तैयारियों को लेकर यहां के समस्त धर्म अनुयायियों द्वारा व्यवस्थात्मक समितियों का गठन पहले से ही किया जा चुका था। तेरापंथ समाज के बाबूलाल सिंघवी ने बताया कि अन्यत्र स्थानो से आने वाले श्रद्धालुओ के लिए आवास व्यवस्था की जिम्मेदारी महावीर पामेचा, अरूण मारू, महेन्द्र पाटनी, जेपी पटवारी, प्रचार प्रसार समिति में अशोक नवलखा, मनीष बाबेल, मुकेश ढेलावत, मनोज चपलोत, आनन्द सालेचा, कुलदीप नाहर, आशीष बोडाणा, भोजन व्यवस्था के लिए शांतिलाल मारू, सुशील नागौरी, अशोक चौधरी, सुरेश सहलोत, राजेश बोडाणा, राजेन्द्र डांगी, स्वागत सत्कार समिति में बाबूलाल सिंघवी, डॉ.कमलेश बाबेल, सुरेश हिरण, नितिन जैन, रजनीश कोठारी, डॉ. कमला गुप्ता को शामिल किया गया है। मार्ग व्यवस्था समिति में मनोज पारख, अखिलेश जैन, आनन्द सालेचा, मनीष बाबेल, पांडाल, माईक, लाईट व टेंट व्यवस्था समिति में कमलेश ढेलावत, कपिल चौधरी, शैलेश पोरवाल, राहुल सिंघवी, रितेश नाहर को जिम्मेदारियां दी गई।इसके अतिरिक्त जेके सीमेंट से शैलेश चौबीसा, नरेन्द्र सिंघवी, सोहनलाल जैन, इंदरलाल पोरवाल, राज सिंघवी, चंद्रसिंह सरूपरिया द्वारा आवश्यक तैयारियां देखी जा रही है।

मंगल प्रवेश रहा ऐतिहासिक-

एकदशम अधिशास्ता पूज्य गुरूदेव आचार्य श्री महाश्रमण का अपनी धवल सेना के साथ नगर में मंगल प्रवेश मध्यप्रदेश के नयागांव से राजस्थान की सीमा पर आज सुबह 9 बजे हुआ जहां सकल जैन समाज सहित विभिन्न समाजजनो व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना, उपखंड प्रशासन की अगुवाई में भव्य स्वागत हुआ। रेल्वे पुलिया से मोती बावजी चौराहा, करोडीवाल भवन, श्रीराम कॉलानी, इन्द्रा कॉलानी चौराहा से बस स्टेंड परिसर होते हुए शेखावत सर्कल, एलआईसी ऑफिस के पास से श्री राजेन्द्र सुरि ज्ञान मंदिर, विवेकानन्द सर्कल, कल्याण चौक, आरके कॉलोनी, आमलिया बावजी रोड होते हुए मंगल प्रवेश हुआ। जेके सीमेंट के लाला कैलाशपथ सिंघानिया स्कूल परिसर में आचार्य महाश्रमण का प्रवास स्थल रखा गया है। नगर में मंगल प्रवेश मार्गो पर होडिंग बैनर लगाए गए व रंगोलिया सजाई देखी गई। जेके स्कूल में रात्रि विश्राम के बाद 10 जुलाई शनिवार प्रातः सवा 6 बजे आचार्य महाश्रमण चित्तौडगढ मार्ग पर स्थित सतखण्डा की और विहार करेंगे।आचार्य महाश्रमण के मंगल प्रवेश की अगवानी एवं उनके दर्शन करने के लिए देश के विभिन्न स्थानो चैन्नई, हेदराबाद, पुना, सुरत, अहमदाबाद, आकोला, जयपुर, बाडमेर सहित राज्य के विभिन्न स्थानो के साथ ही मेवाड मालवा के कई शहरो नगरो से श्रद्धालुओ का तांता देखा गया।

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