राशमी/पहुना-जालमपुरा स्कूल के प्रधानाध्यापक स्वयं के खर्चे से ने सरस्वती मंदिर निर्माण कराया, प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा भी कराई।
वीरधरा न्यूज़।पहुना@ श्री मनोहर शर्मा।
राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय जालमपुरा के प्रधानाध्यापक नंदलाल खटीक ने स्कूल परिसर में सरस्वती मंदिर का निर्माण कराया साथ ही प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा भी कराई। बुधवार को पंडित गोपाल शर्मा ने वैदिक मंत्रोच्चार द्वारा मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कराई ।मूर्ति दानदाता क्षेत्र के गोकुलपुरा विद्यालय के प्रबोधक किशनलाल अहीर ने भेंट की। कार्यक्रम में अतिथि सरपंच प्रतिनिधि गोटूलाल अहीर, रूपलाल अहीर, प्रधानाचार्य विक्रमसिंह लाखोटिया, व्याख्याता माधवलाल सुथार, वरिष्ठ अध्यापक, राजेंद्रकुमार व्यास, एसएमसी अध्यक्ष ऊँकारलाल अहीर थे। पीईईओ विक्रम सिंह लाखोटिया ने बताया कि प्रधानाध्यापक खटीक ने अन्य विद्यालयों के लिए एक उदाहरण प्रस्तुत कर एक अनुकरणीय पहल के साथ अविस्मरणीय कार्य किया है। सरपंच देऊदेवी देवी अहीर ने कहा कि पंचायत भी अब इस विद्यालय हेतु भौतिक सुविधा उपलब्ध कराने में पीछे नहीं रहेगी। मूर्ति स्थापना के पश्चात अतिथियों ने पौधरोपण भी किया। कार्यक्रम में कालूसिंह चुण्डावत, ईशराज रेगर, राकेश भील, मनोज कुमार, दिलीप पाराशर, पुष्पेंद्र जोशी , राजेशनारायण शर्मा, रघुवीरसिंह भाटी, शिवदानसिंह भाटी, निर्मला त्रिपाठी, रामजस विजयवर्गीय, मांगीलाल अहीर, देवीलाल अहीर, नारायण अहीर उपस्थित थे। जालमपुरा विद्यालय के भैरूलाल नायक, दिनेश खटीक, शब्बीरखान पठान, बाबूलाल हरितवाल, अनिलकुमार विश्नोई, नीलकमल टेलर, भंवरलाल कोठ्यारी, मरमी बालिका विद्यालय के प्रधानाध्यापक रतनलाल धोबी, प्रधानाध्यापक सदापुरा विष्णुदत्त त्रिपाठी, गोकुलपुरा प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहनलाल अहीर, एसएमसी सदस्य गौरीशंकर, भंवरलाल, माधवलाल, नजरीबाई, हंसराज खटीक सहित ग्रामवासी उपस्थित थे।
इनका कहना है-
जालमपुरा के प्रधानाध्यापक नंदलाल खटीक ने अपने स्वयं के खर्चे पर सरस्वती मंदिर का निर्माण करा आदर्श स्थापित किया है ।क्षेत्र के अन्य विद्यालयों के लिए प्रेरणा स्रोत एवं अनुकरणीय पहल है ।
– गणेशलाल वैष्णव सीबीईओ राशमी
मेरी पंचायत के जालमपुरा स्कूल के प्रधानाध्यापक ने सरस्वती मंदिर का निर्माण करा कर अविश्वसनीय कार्य किया है, अब पंचायत भी भौतिक संसाधन उपलब्ध कराने में कोई कोर कसर नहीं रखेगी।
– देऊदेवी अहीर सरपंच मरमी