वीरधरा न्यूज़।जयपुर@ डेस्क।
जयपुर। राज्य में आज बीकानेर में सामने आए डेल्टा प्लस के मामले से सरकार सतर्क हो गई और उसने अनलॉक के तहत ज्यादा छूट देने वाली नई गाइडलाइन को फिलहाल रोक लिया हैं। संभवत: कल विशेषज्ञों से सलाह के बाद ही छूट देने का अंतिम फैसला किया जाएगा। चिकित्सा विशेषज्ञों की माने तो डेल्टा प्लस तीसरी लहर के आगमन का संकेत हैं। इस बार थोड़ी सी भी लापरवाही हुई तो संक्रमण प्रदेश को बुरी तरह से लील लेगा।
विशेषज्ञ कोरोना के केस कम होने के बाद भी सरकार को इसी आंशका के डर से चेताते रहे है कि एक साथ छूट नहीं दी जाए, क्योंकि लाख समझाइश के बावजूद भी लोग मान नहीं रहे। बिना मास्क के घूमना और बाजारों में जिस तरह भीड़ उमड़ रही है वह आने वाले खतरे को और अधिक बढ़ा सकती हैं।
बीकानेर में मिला डेल्टा प्लस का पहला केस-
बताते है कि राज्य मंत्रिमण्डल की बैठक में एक 65 वर्षीय महिला के बीकानेर में डेल्टा प्लस की शिकार होने का पता चला तो मुख्यमंत्री ने अनलॉक गाइड लाइन की चर्चा के बाद भी सावधानी बतौर आज ही गाइड लाइन जारी करने के फैसले को रोक लिया। अब इस गाइड लाइन के तहत दी जाने वाली छूटों की फिर से समीक्षा की जाएगी। पहले सरकार ने राजस्थान में कोरोना के लगातार कम होते मामलों को देखते हुए पाबंदियों में छूट का मानस बना लिया था। इनमें धार्मिक स्थलों को श्रद्धालुओं के लिए खोलने,सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स को भी आधे दर्शक क्षमता के साथ अनुमति देने तथा वीकेंड लॉकडाउन को पूरी तरह समाप्त करने का मौटे तौर पर फैसला कर लिया गया था।
इसी प्रकार सरकारी दफ्तरों में शत प्रतिशत उपस्थिति के साथ बाजारों को बंद करने का समय दो से तीन घंटे बढ़ाने को सरकार तैयार थी। एक जुलाई से शादी-विवाह गार्डन मेें करने की अनुमति जैसे भी निर्णय की पूरी संभावना थी अब बदले फैसले में किन-किन छूट होगी और कोनसे क्षेत्र अभी भी प्रतिबंधित रहेंगे इसकी विस्तृत जानकारी तो कल तक आने वाली गाइड लाइन के बाद ही मिल पाएगा। वैसे 30 जून तक वर्तमान गाइड लाइन प्रभावी है।