चित्तौड़गढ़/ शंभूपुरा- दुर्दशा का शिकार हो रही सावा की गौशाला, अव्यवस्थाओ का लग रहा अंबार, जिम्मेदारो का नही जा रहा ध्यान।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़ जिले के सावा कस्बे में स्थित श्री देव कृष्ण गोविंद गौशाला लम्बे समय से बदहाली के आंसू बहा रही है लेकिन इस ओर अभी तक किसी का ध्यान नही जा रहा, जिसके चलते यहाँ अव्यवस्थाओं का अंबार लगा है।
गौशाला सम्भाल रहे रतन उर्फ केसरीमल गुर्जर निवासी बिनोता जो कि पिछले 6 साल से यहाँ की गौशाला में गायों को देखरेख कर रहे है उनका कहना है कि यहाँ चारदीवारी नही होने से गाये बाहर चली जाती है, बारिश में कीचड़ होने से खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा लेकिन इस पर यहाँ का ट्रस्ट कही बार अवगत करवाने के बावजूद ध्यान नही दे रहा साथ ही उन्होंने कहा कि लम्बे समय से मुझे तनख्वाह भी नही दी जा रही और ना हो 2 साले में ट्रस्ट ने आकर सम्भाल जिससे परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, बार बार जगह जगह गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही।
पंचायत समिति सदस्य प्रतिनिधि अविनाश जाट ने कहा कि गौशाला दुर्दशा का शिकार हो रही जो हम सब के लिए शर्म की बात है जानकारी में आया तो यहाँ ग्रामीणों के साथ पहुचे ओर गायों के लिए हरे चारे की भी व्यवस्था की गई, यहाँ का ट्रस्ट गौशाला की व्यवस्थाओं पर ध्यान नही दे रहा इसके चलते आसपास के ग्रामीणों ने इसका बीड़ा उठाया है, यहाँ गौसेवक को तनख्वाह नही देने का भी मामला सामने आया इस पर ट्रस्ट को ध्यान देना चाइये, पास में ही पंचफल है तो पंचायत वहा से गायों के लिए चारे की व्यवस्था करवाये, यहाँ चारदीवारी के लिए आदित्य से सहयोग लेकर जल्द कार्य करवाया जावेगा।
दूसरी ओर गोशाला अध्यक्ष राम चन्द्र गायरी ने बताया कि गोशाला के विकास के लिए ट्रस्ट हमेशा तत्पर है, यहाँ कार्यरत रतन उर्फ केसरीमल के हिसाब के लिए भी हम तैयार है, जब से में अध्यक्ष बना हु तब से में उसका हिसाब करने को तैयार हूं इससे पूर्व क्या हुआ मुझे ध्यान नही, में अध्यक्ष बना तब 27 गाये सौंपी गई थी अब 80 गायों के करीब गौशाला में है तो गोशाला का सारा हिसाब भी रतन के पास ही है, हम बीच मे एक बार हिसाब करने गए थे लेकिन पुराने हिसाब को लेकर वापस मामला वही अटक गया और हिसाब नही हो पा रहा, गौशाला के अन्य कार्यो को भी ट्रस्ट जल्द करवाएगा।