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जिला प्रभारी मंत्री ने कलेक्ट्रेट में कोरोना रोकथाम को लेकर अधिकारियों की बैठक ली, बोले हम सभी को निरंतर टीम भावना से कार्य करते रहना होगा।

वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।

चित्तौड़गढ़ । कोरोना रोकथाम को लेकर राज्य सरकार प्रभावी ढंग से कार्य कर रही है एवं प्रदेश के हर जिले में आमजन को अधिक से अधिक राहत पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। चित्तौड़गढ़ जिले में कोरोना रोकथाम को लेकर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रभारी मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया ने मंगलवार को ग्रामीण विकास सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर कई दिशा-निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने निर्बाध पेयजल आपूर्ति, विद्युत आपूर्ति, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना सहित विभिन्न विषयों पर भी चर्चा करते हुए समीक्षा की। बैठक में पूर्व विधायक श्री सुरेन्द्र सिंह जाड़ावत एवं सभापति श्री संदीप शर्मा भी प्रभारी मंत्री के साथ उपस्थित रहे।
बैठक में प्रभारी मंत्री बामनिया ने अधिकारियों से जिले में कोरोना की वर्तमान स्थिति, टीकाकरण की प्रगति, रैपिड एंटीजन टेस्ट, बेड एवं ऑक्सीजन की उपलब्धता, मानव संसाधन की उपलब्धता, मेडिकल किट वितरण आदि पर चर्चा करते हुए कई दिशा-निर्देश दिए। इसी के साथ उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति को लेकर जानकारी लेते हुए अधिक से अधिक लोगों को इससे लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने ब्लैक फंगस, कोरोना की तीसरी लहर को लेकर तैयारियों एवं ऑक्सीजन प्लांट आदि को लेकर भी कई निर्देश दिए।

प्रभारी मंत्री श्री बामनिया कहा कि अधिकारी समय-समय पर अस्पतालों में जाने वाली विद्युत लाइन का अच्छे से मेंटेनेंस करें एवं पीएचसी-सीएचसी लेवल तक निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करें ताकि आमजन को कोई परेशानी न हो। प्रभारी मंत्री ने कहा कि हम सभी को टीम भावना से मिलकर कार्य करते रहना होगा और हम कोरोना पर अवश्य ही जीत हासिल करके रहेंगे। प्रभारी मंत्री ने कहा कि पेयजल आपूर्ति को लेकर भी अधिकारी प्रभावी मॉनिटरिंग करते रहें एवं कहीं पेयजल किल्लत की संभावना हो तो पहले से स्थिति का असेसमेंट करके रखें। साथ ही जिन गांवों व कस्बों में पानी की समस्या है वहां टैंकर चलाए जाएं। इस पर जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता ने विभिन्न गांवों एवं कस्बों में चल रहे वॉटर टेंकर्स की जानकारी दी।

जिला प्रभारी मंत्री ने कहा कि हमें इंसानों के साथ-साथ पशु-पक्षियों का भी ख्याल रखना है एवं कोशिश करनी है कि उन्हें भी पेयजल मिलता रहे। उन्होंने कहा कि हमें पूरी संवेदनशीलता के साथ जरूरतमंदों तक राशन किट पहुंचाने हैं। उन्होंने जिला रसद अधिकारी को निर्देश दिए कि मुख्यमंत्री के ‘’कोई भूखा न सोए’’ संकल्प के मध्यनजर अधिक से अधिक राशन किट तैयार करके जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जाए। इस पर जिला रसद अधिकारी ने बताया कि दो हजार राशन किट की तैयार किए जा चुके हैं जिनका वितरण किया जा रहा है।

कोरोना की वर्तमान स्थिति पर दिया गया प्रेजेंटेशन

बैठक में जिला प्रभारी मंत्री को दिए गए प्रेजेंटेशन में बताया गया कि वर्तमान में जिले में 2302 एक्टिव केस हैं, पॉजिटिविटी दर 6.09 प्रतिशत है एवं रिकवरी दर 91.53 प्रतिशत है। इसके साथ ही जिले में सर्वाधिक एक्टिव केस चित्तौड़गढ़ में 409, रावतभाटा में 290, निंबाहेड़ा में 251, बड़ी सादड़ी में 114 एवं बेगू में 63 है। इसी के साथ बैठक में कोरोना टीकाकरण की प्रगति की जानकारी दी गई। जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कोविड-19 संक्रमित व्यक्ति को समय से चिन्हित करने के लिए 23 मई से सीएचसी एवं पीएचसी पर आने वाले आई एल आई मरीजों तथा मोबाइल ओपीडी के माध्यम से दूरस्थ क्षेत्रों का रिपीट एंटीजन टेस्ट प्रारंभ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब तक 388 मरीजों के रेपिड एंटीजन टेस्ट कर लिए गए हैं।

घर-घर सर्वे पर वितरित किए जा रहे मेडिसिन किट

प्रेजेंटेशन में बताया गया कि जिले में 4 कोविड हॉस्पिटल संचालित हैं। इसके साथ ही 10 कोविड कंसल्टेशन सेंटर एवं 25 कोविड केयर सेंटर्स विकसित किये गए हैं, जिनमें बेड की उपलब्धता निरंतर सुनिश्चित की जा रही है। इसी के साथ जिले में चिकित्सकों व पैरामेडिकल के रिक्त पदों के मद्देनजर युटीबी आधार पर कार्मिकों को नियुक्त किया गया है। जिला कलेक्टर ने बैठक में बताया कि जिले में घर-घर सर्वे कर आइएलआई रोगियों को मौके पर ही मेडिसिन किट का वितरण किया जा रहा है। अब तक 2.65 लाख घरों का सर्वे किया जा चुका है जिनमें जिनमें 34,908 चिन्हित आईएलआई रोगियों को मेडिकल किट का वितरण किया गया है। यह भी बताया गया कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना पंजीकरण में जिला राज्य में दुसरे स्थान पर है एवं अब तक 91,300 परिवारों का पंजीयन हो चुका है।

ब्लैक फंगस एवं तीसरी लहर को लेकर अलर्ट है प्रशासन

बैठक में प्रभारी मंत्री से ब्लैक फंगस पर चर्चा करते हुए जिला कलक्टर ने बताया गया कि प्रशासन इस नई बीमारी के लिए अलर्ट है एवं चिकित्सा अधिकारियों, लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, सीएचओ व एएनएम को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जिला प्रशासन तीसरी लहर से लड़ने के लिए भी तैयार है। वर्तमान में जिला चिकित्सालय में 35 सिलेंडर प्रतिदिन की क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट संचालित है एवं ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता बढ़ाने हेतु जिला चिकित्सालय, उप जिला चिकित्सालय, सीएचसी बड़ीसादड़ी, सीएचसी बेगू, सीएचसी कपासन एवं सीएचसी रावतभाटा में प्लांट स्थापित किए जाने प्रस्तावित है।

बैठक में ये रहे मौजूद

बैठक में जिला कलक्टर ताराचंद मीणा, जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव, एडीएम (प्रशासन) रतन कुमार, एडीएम (भूमि अवाप्ति) अम्बालाल मीणा, एडिशनल एसपी हिम्मत सिंह, जिला परिषद सीईओ ज्ञानमल खटीक, आरएए एवं युआईटी सचिव सी डी चारण, एसडीएम श्यामसुंदर विश्नोई, पुलिस उपाधीक्षक मनीष कुमार शर्मा, जिला रसद अधिकारी विनय कुमार शर्मा, नगरपरिषद आयुक्त रिंकल गुप्ता, विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता के आर मीणा, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियंता सुनीत कुमार, सीएमएचओ डॉ रामकेश गुर्जर, आरसीएचओ डॉ हरीश उपाध्याय, पीएमओ डॉ दिनेश वैशनव, जिला उद्योग महाप्रबंधक राहुल देव सिंह सहित पुलिस-प्रशासन के कई आला अधिकारी मौजूद रहे जिन्होंने अपने-अपने विभागों की आवश्यक जानकारी से प्रभारी मंत्री को अवगत कराया। जिला कलक्टर ताराचंद मीणा ने प्रभारी मंत्री से कहा कि राज्य सरकार की मंशा अनुरूप जिले में प्रशासन कार्य करता रहेगा एवं हम सभी मिल कर कोरोना पर जीत हांसिल करेंगे।

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