सम्पादकीय……
पत्रकार मनोज सोनी की कलम से….
कोरोना महामारी की इस राष्ट्रीय आपदा के समय में जिस प्रकार से लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया के द्वारा अपनी जान पर खेलकर लोगों के बीच जाकर अपना धर्म और कर्म निभाया जा रहा है वह सराहनीय है। क्योंकि प्रशासन, चिकित्सा, पुलिस और सफाई कर्मचारियों के साथ साथ पत्रकार बंधु भी कोरोना के इस छद्म युद्ध में विजेता की तरह आगे आये है। इसलिए यह सरकार की भी जिम्मेदारी है कि वह कलम के उन सिपाहियों पत्रकारों का हौसला और ऊर्जा निरंतर बढ़ाएं। इसके लिए भारतीय प्रेस परिषद (प्रेस कौंसिल ऑफ इंडिया) ने भी केंद्र व राज्य सरकारों से देश भर के पत्रकारों को कोविड योद्धाओं की श्रेणी में शामिल करने की सिफारिश की है। इस श्रंखला में पत्रकार मनोज सोनी ने राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम, राजस्थान पत्रकार संघ जार, श्रमजीवी पत्रकार संघ के माध्यम से मीडिया कर्मियों के लिए कोरोना वारियर्स के रूप में सरकार से मांग करते हुए पत्रकारों को महामारी की इस परिस्थिति में कड़े परिश्रम के कारण अग्रिम मोर्चे का कर्मी मानते हुए उनके लिए सामूहिक बीमा कवर के साथ मृतक पत्रकार के परिवार जनों को वित्तीय सहायता लाभ दिया जाना जायज़ बताया है । वही तेज़ी से पनप रहे कोरोना संक्रमण के बचाव के दृष्टिगत सरकार समस्त मीडिया कर्मियों व उनके परिवार जनों के लिए वेक्सिनेशन कार्यक्रम प्राथमिकता के आधार पर लागू करते हुए सम्बंधित विभाग को उपर्युक्त दिशा निर्देश प्रदान करे।