मामला चित्तौड़गढ़ के बिजयपुर थाने का है जहां एक महिला कि दुष्कर्म के बाद जीवन लीला समाप्त कर दी इतना ही नहीं उस हैवान ने हत्या के बाद शव को बीच रास्ते 10 फीट जमीन के नीचे गाड़ दिया।
चित्तौड़गढ़ जिले की अमरपुरा ग्राम पंचायत का सरपंच के पति भरत धाकड़ जिसका की एक महिला के साथ अवैध संबंध था। भरत धाकड़ ने कई बार महिला के साथ बलात्कार भी किया। अवैध संबंधों के चलते सरपंच पति ने उसके आपत्तिजनक फोटो और वीडियो अपने पास रख रखे थे। किसी बात को लेकर भरत धाकड़ व महिला के बीच कहासुनी व लड़ाई झगड़ा भी हुआ था। 16 अप्रेल के दिन यह महिला बिजयपुर थाने पर अपने पिता के साथ अपनी रिपोर्ट दर्ज करवाने गई की भरत धाकड़ नाम के लड़के ने मेरे साथ बलात्कार किया है और मेरे आपत्तिजनक फ़ोटो वीडियो वायरल कर रहा है। किंतु दारोगा जी ने मामले को गंभीरता से नही लिया और उसकी रिपोर्ट तक दर्ज नही की गई। और यह पूरा मामला भरत धाकड़ तक पहुंच गया। फिर क्या था दूसरे दिन रात को ही 8 बजे उस महिला को भरत धाकड़ अपने साथ लेकर चला गया। वो गायब हो गई जिसका कोई पता नही चला। बाद में परिजनों द्वारा महिला की गुमशुदगी दर्ज कराई गई लेकिन पुलिस के हाथ खाली ही मिले उन्होंने कोई कार्यवाही नही की। मामला चित्तोड़गढ़ के विधायक चन्द्रभान सिंह आक्या तक पहुंचा जिस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक व उच्चाधिकारियों से स्वयं ने बात कर तुरंत एक्शन लेने को कहा और बताया कि अगर कार्यवाही नही हुई तो जिला कलक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करूँगा। जिस पर पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए सोमवार को सरपंच पति भरत धाकड़ व उसके ड्राइवर प्रताप सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो आरोपी ने अपना गुनाह स्वीकार करते हुए उसके साथ बलात्कार व हत्याकर शव को रास्ते मे गड्ढा खोद 10 फीट जमीन के नीचे गाड़ने का जुर्म स्वीकार किया है। देखा जाए तो इस पूरे मामले में कही ना कही पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है अगर वक़्त रहते पुलिसिया कार्यवाही हो जाती तो शायद महिला को अपनी जान नही गंवानी पड़ती। इस पर बिजयपुर पुलिस भी पूरी तरह सन्देह के घेरे में दिखाई दे रही है।
उसके बाद आज पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही पर संज्ञान लेते हुए बिजयपुर थानाधिकारी अशोक कुमार मीणा को लाइन हाजिर कर दिया है व मामले की कार्रवाई पारसोली थानाधिकारी संजय कुमार को सौंपी है।