- वीरधरा न्यूज़।पहुँना@ श्री मनोहर शर्मा।
पहुँना।एक और जहां कोरोना महामारी कहर ढ़ा रही है। वहीं दूसरी ओर क्षैत्र के अन्नदाता किसान खरीफ की फसल की बोवनी के लिए अभी से खेत तैयारी करने में जुटे हैं और गहरी जुताई कर हैं, जिससे नई मिट्टी ऊपर आ जाती है और कीटों का प्रकोप भी कम होता है । खेतों की साफ-सफाई और गोबर खाद डालने का कार्य जोरों पर है।ट्रैक्टर से जुताई द्वारा खेतों के खरपतवार को नष्ट करने का कार्य भी किसानों ने अपने हाथों में ले रखा है। मौसम को देखते हुए किसान खेत खलिहान में पड़े पशु चारे को वर्षा के पूर्व सुरक्षित करने का कार्य तेजी से कर रहे हैं। किसान बरसात में जानवरों को सूखा चारा उपलब्ध कराने के लिए चारे को सुरक्षित रखवा रहे हैं। तरह-तरह की रासायनिक खाद बाजार में होने के बावजूद गांव के किसान आज भी गोबर खाद का महत्व समझ रहे हैं। जिसकी वजह से गोबर कचरे से तैयार खाद खेतों में डाल खेतों को उपजाऊ बनाने का कार्य भी जोर-शोर से किया जा रहा है। किसानों का कहना है कि जितनी धरती तपती है उतनी ही उनमें अच्छी पैदावार होती है। थोड़े दिन बाद किसान कपास की बुवाई में लग जाएगा।