वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
भारतीय बहुजन साहित्य अकादमी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदन सालवी ओजस्वी ने बताया कि मानव जाती एवं जीव जंतुओं तथा प्रर्यावरण विकास के लिए प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए सभी लोगों को चाहिए कि वे पोलिथिन व प्लास्टिक आदि का उपयोग के बाद कही भी इधर उधर फेकें नही।
उन्होंने विश्व उपभोक्ता संरक्षण दिवस के उपलक्ष्य पर सभी आमजन में जागरकता लाते हुए प्लास्टिक से होने वाले घातक परिणाम एवं दुष्प्रभाव विषय पर बताया कि हमें सावचेत होकर पोलिथिन की थेलियों को इधर उधर फेकने के बजाय उन्हें कबाड़ को दें ताकि कम्पनी में जाए, इधर उधर फेकने से पशु तक खा कर मर जाते हे।
ओजस्वी ने इस अवसर पर सभी से अपील की है कि हम बाजार जाएं तब कपड़े का थेला व छोटी छोटी थेलियां बनाकर साथ ले जाने व उसी में अपना सामान सब्जिया आदि लाए।
उन्होंने कहा कि प्लास्टिक के बेन होने के बावजूद भी अभी तक इस पर जिस क़दर कारगर कदम उठाये जाने चाहिए उतनी सार्थकता नहीं देखी जा रही हे। प्लास्टिक उपयोग से होने वाले खतरों से वायु जल मिटृटी जीव जंतुओं तथा सभी मानव समाज को हानी पहूंच रही हे। बच्चों के टिप्पन व पानी की बोतलें तक प्लास्टिक के होना भी घातक है। पृथ्वी पर प्लास्टीक के बीछ जाने से जमीन अनुपजाऊ होकर खराब हूए जा रही हे। बरसात का पानी जमीन के भीतर प्रवेश नही कर पा रहा हे। मानव जीवन में हर पल ज़हर घुलते जा रहा हे, इन सबका कारण है प्लास्टिक का प्रयोग।
उन्होंने सभी से अपील की कि हम सभी की मानवीय संवेदना हों कि हम इस तरह के ख़तरों से स्वयं बचें और सभी को बचाए।