वीरधरा न्यूज़। आकोला@ श्री शेख सिराजुद्दीन।
आकोला। क्षेत्र के ढुंढिया गांव में दरवेश कमर अली बैग रहमतुल्लाह अलैहे (मलंग बाबा) उर्फ़ (बन्दूक वाले) बाबा साहब के यहा आयोजित दो दिवसीय उर्स शनिवार को कुल कि रस्म के साथ सम्पन्न हुआ।
6 सितम्बर शुक्रवार को बाद नमाज जौहर के चादर शरीफ परचम कुशाई पेश की गई। बाद नमाज मगरीब के महफ़िले मिलाद एवं कव्वाली का आयोजन किया गया।
7 सितम्बर शनिवार को बाद नमाज जौहर कुल की रस्म के साथ उर्स का समापन हुआ। दरगाह कमेटी के तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय उर्स के दौरान महफिलें मिलाद व कव्वालियों का प्रोग्राम आयोजन किया गया। कव्वाल जफर शाबरी, इम्तियाज शाबरी कपासन द्वारा कव्वाल पार्टियों नें कलाम पेश किए। उदयपुर, कपासन, फतहनगर, आकोला, मावली सहित आसपास के जायरीनों ने शिरकत कर दरगाह में फूल पेश किया। महफिल खाने में ढुंढिया पेश इमाम हाफिज असरार साहब व पार्टी ने मेहफिले मिलाद पढ़ी। मेहफिले मिलाद के बाद कव्वाल पार्टी ने अपने कलाम पेश किए। आखिर में कव्वाल पार्टी ने मेहबूब ईलाही निजामुद्दीन औलिया के मुरीदे खास अमीर खुसरो द्वारा ब्रज भाषा में लिखित ”आज रंग है री मां रंग है” पढ़ा। इसके साथ ही कुल के छींटे की रस्म अदा की गई। बासनी (नागौर) सूफी निसार अहमद मद्दाजिल आली, सैय्यद फाजिल मियां अशरफी साहब (मैसूर कर्नाटक), हजरत रमजान अली (पादूशरीफ), जावेद रजा कादरी (नागौर), सैय्यद युनुस बाबा (मंगरोप), हजरत आमिल साहब (कुछ जरा), मौलाना मोहम्मद हुसेन, हजरत गफुर साहब (मांडल), कारी मोहम्मद यामीन (फतह नगर) ने फातिहा के बाद मुल्क में अमनों सुकून, खुशहाली की दुआ की। कुल की रस्म के बाद कमेटी मेम्बरान अफ़ज़ल हुसैन, राजु भाई, शरीफ हुसैन, आमीन हुसैन, रफीक हुसैन, रशीद मोहम्मद, सलीम हुसैन, अनवर हुसैन, उस्मान, शोकत हुसैन, इकबाल हुसैन द्वारा सुफीयों, पेश इमाम, कव्वालों का दस्तार बंदी (इस्तकबाल स्वागत) किया गया। महफिलें मिलाद व कुल कि फातेहा के बाद तबररूख वितरित किया गया। गांव के व आसपास क्षेत्र से आये जायरिनों ने मजार पर अकीदत के फूल पेश कर मुल्क में अमनों सुकून की दुआ की।