स्कूल से लोट रही चार छात्राओं कि तालाब मे डूबने से मौत, क्षेत्र मे फेल गईं शोक कि लहर मंत्री गौतम दक ने पहुंच परिवार को ढाढ़स बँधाया।
वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़। जिले के डूंगला थाना क्षेत्र मे शुक्रवार को स्कूल से लौट रही एक छात्रा पैर फिसलने से तालाब में गिर गई। उसके साथ चल रही चार छात्राओं ने भी उसे बचाने के लिए तालाब में छलांग लगा दी। इस दौरान एक छात्रा को साथ चल रहे एक छात्र ने हाथ पकड़कर बाहर निकाला, लेकिन चार छात्राओं कि तालाब मे डूबने से मौत हो गईं।
हादसे में छात्र की सूचना पर ग्रामीण मौके पर पहुंचे और चारों छात्राओं को तालाब से बाहर निकाला। हालांकि अस्पताल में चारों छात्राओं को डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। घटना डूंगला उपखंड की बिलोदा गांव में शुक्रवार दोपहर करीब 1:30 बजे की है।
डूंगला थानाधिकारी घेवरचंद ने बताया बिलोदा गांव वालों ने चारों बालिकाओं में बिलोदा निवासी नर्मदा (12) पुत्री गणेश लाल रावत, कोमल (13) पुत्र मोतीलाल रावत, रवीना (15) पुत्री श्यामलाल रावत और पालोदा निवासी यशोदा (12) पुत्री सत्य नारायण रावत को बाहर निकाला। सभी को डूंगला हॉस्पिटल लेकर गए लेकिन तब तक सबकी मौत हो चुकी थी। सभी का पोस्टमॉर्टम करवाकर शव उनके परिजनों को सौंप दिया। मृतकों में कोमल और नर्मदा चचेरी बहनें है। सभी गांव की सरकारी स्कूल में कक्षा आठवीं की छात्रा है।
उन्होंने बताया स्कूली छात्र विक्रम रावत (17) बालिका नर्मदा और कोमल का चचेरा भाई है। उसने हाथ से खींच कर पांचवीं बालिका को बचाया। विक्रम की सूचना पर आसपास मवेशी चरा रहे लोग व परिजन मौके पर पहुंचे और चारों बालिकाओं को पानी से बाहर निकाला। लेकिन डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर मंत्री गौतम दक अस्पताल पहुंचे और परिवारों को ढांढस बंधाया। मामले में डिप्टी सीएम दीया कुमारी और प्रेम चंद बैरवा ने भी एक्स पर संवेदना जताई है।
बारिश के कारण भरा हुआ था पानी
डूंगला उपखंड अधिकारी ईश्वर लाल खटीक ने बताया कि डूंगला के बिलोदा गांव में पांच बालिकाएं स्कूल खत्म होने के बाद अपने घर जा रहीं थीं। स्कूल से करीब 100 मीटर दूर रास्ते में बने एक तालाब में एक बच्ची का पैर फिसल गया और वो तालाब में जा गिरी। उसे बचाने के लिए अन्य बच्चियाें ने भी छलांग लगा दी और सभी तालाब में गिर गई।
मंत्री गौतम दक पहुंचे अस्पताल
घटना की जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण और सहकारिता मंत्री गौतम दक अस्पताल पहुंचे। जहां परिजनों से मुलाकात करते हुए परिजनों को ढांढस बंधाया और परिजनों को सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
इस दौरान पुलिस उप अधीक्षक डॉ. कृष्णा सामरिया, उपखंड अधिकारी ईश्वरलाल खटीक, तहसीलदार हिम्मत सिंह राव, थानाधिकारी घेवर चंद सहित पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद रहा। सभी शवों का पीएम करवा कर परिजनों को सौंपे गए। शाम 7 बजे चारों बालिकाओं का अंतिम संस्कार किया गया। मृतका यशोदा के पिता सत्यनारायण रावत की कई साल पहले मौत हो चुकी है। वह नाना नानी के पास रहती थी। जबकि अन्य बालिकाओं के माता-पिता मजदूरी करते है।
घटना के बाद क्षेत्र मे शोक कि लहर फेल गईं, सुनने वाला हर कोई घटना से स्तब्धरहा गया।