वीरधरा न्यूज़। आकोला @ श्री शेख सिराजुद्दीन।
आकोला। ताणा ग्राम पंचायत में आने वाला गिलूण्ड गांव के ग्रामीणों ने प्रेस विज्ञप्ति में आरोप लगाते हुए बताया कि ग्रामीणों ने पचास हजार रूपये इकट्ठा करके जेसीबी द्वारा रास्ता साफ़ करवाया, वही आरोप लगाया कि पूर्व जनप्रतिनिधियों ने कुछ नहीं करवाया जिस पर ताणा के पूर्व सरपंच विक्रम सिंह झाला ने खण्डन करते बताया की डामर सड़क के दोनो तरफ अगर बबुल या अन्य झाडियाँ हो गई है तो उन्हें साफ करवाने का काम ग्राम पंचायत का है। ग्रामीणो ने आपसी सहयोग से यह काम करवाया जो सोचनीय है। लेकिन ग्रामीणो का यह कहना की गिलूण्ड ग्राम में एक जनप्रतिनिधी को छोडकर किसी ने विकास कार्य नही करवाया ये झूठ है, राजनीति से प्रेरित है। कोई भोले भाले ग्रामीणो को बहका रहा है। डामर सडक जिस समय बनी उस वक्त विधायक शंकरलाल बैरवा थे। और इनकी अनुशंसा पर ही यह डामर सडक बनी, तत्कालिन सरपंच ग्राम पंचायत ताणा के सरपंच विक्रम सिंह झाला थे। और इस कार्यकाल में गिलूण्ड मे आंगनबाड़ी स्वीकृति भवन निर्माण और 6-7 हेंडपम्प करवाये गये और अन्य विकास कार्य भी हुए। गिलूण्ड ग्राम वासियों का यह आरोप सरासर झूठा और बेबुनियाद है। ग्राम वासियों को कोई अपनी महत्वाकाक्षा और स्वार्थ पूर्ण करने हेतु बहका रहा है। जिस समय सड़क बनी उस समय राज्य और केन्द्र मे काग्रेस सरकार थी, विकास कार्य करवाने पर किसी जनप्रतिनीधी की प्रशंसा करना अच्छी बात है, लेकिन विपक्ष या किसी पर झूठा आरोप लगाना गलत है। ग्रामीणो को बिना पक्षपात निष्पक्ष बात करनी चाहिए। जिसने स्वच्छ और सार्वजनिक विकास कार्य होते रहे।