वीरधरा न्यूज़।बौंली/ बामनवास@ श्री श्रद्धा ओम त्रिवेदी।
बोंली।नगर परिषद क्षेत्र गंगापुर सिटी में संचालित लगभग सात गौशालाएं हैं जिनमें करोड़ का बजट आता है, मगर फिर भी गोवंश सड़कों पर कचरा और पन्निथेलियां खाती हुई नजर आती है।
गौ सेवा समिति जिला अध्यक्ष गोविंद नारायण शर्मा ने बताया कि इतनी गौशालाएं संचालित होने पर भी गाय भूखी प्यासी इधर-उधर घूमती रहती है सरकार द्वारा बजट आने के बावजूद भी भामाशाहों से भी बजट समय-समय पर लिया जाता है इतना बजट और अनुदान आने के बाद यह बजट कहां जाता है और किस मद में खर्च होता है इन गौशालाओं में सरकार से अनुदान भी प्राप्त होता है और भामाशाह समय-समय पर लाखों का दान देकर गौ सेवा करते हैं। लगभग 2 करोड रुपए का बजट गायों के नाम पर इस वर्ष आ चुका है फिर भी गोवंश कचरे के ढेर में कचरा खाता नजर आता है शहर के जिम्मेदार एवं जागरूक नागरिकों का कहना है की शहर में गौशाला के नाम पर जो गौशाला समितियां बनी हुई है वह अपना संचालन को सुचारू रूप से नहीं कर रही है वह गौशालाओं में गोवंश को उचित सुविधाएं व व्यवस्थाएं नहीं मिल पा रही हैं।
नगर परिषद क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त गोवंश को गौशालाओं में लेने से इनकार किया जा रहा है गौशाला में गोवंश को नहीं लेंगे तो गौशालाएं किस काम की गौशालाएं गौ माता के लिए बनी हुई है गौशालाओं में जितनी अधिक गोवंश होगा उतना ही अधिक अनुदान भी मिलेगा इतना ही नहीं कई गोवंश तो दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं और जब कोई ऐसा मामला सामने आता है तो गौशाला सदस्य खड़े भी नहीं दिखते कई बार तो आवारा बेसहारा गोवंश नगर के बच्चों महिलाओं एवं वृद्धो को जख्मी तक कर देते हैं ऐसी दुर्घटनाएं आए दिन देखने को मिलते हैं जागरूक नागरिकों की एवं समस्त गौ सेवक लोगों की मांग है कि गंगापुर सिटी के सभी गोवंश को नगर में संचालित गौशालाओं में भेजा जाए एवं गोवंश को सुरक्षा एवं संरक्षण प्रदान किया जाए और सभी नगर परिषद क्षेत्र में संचालित गौशालाओं को हिदायत दी जाए कि अपनी गौशालाओं में नगर परिषद क्षेत्र की दुर्घटनाग्रस्त गायों को लिया जाए और समय समय पर आने वाला सरकारी बजट एवं भामाशाह के द्वारा प्राप्त दान को सही मद में खर्च करने का पूर्ण लेखा जोखा ईमानदारी से सभी नगर परिषद क्षेत्र के नागरिकों को पारदर्शिता के साथ अवगत हो।