गिरिराज की पूजा कर भगवान ने बताया की जो हमे जीवन दे उसकी ही पूजा करो। भागवत कथा में गोवर्धन की पूजा-अर्चना कर लगाया छप्पन भोग।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्रीमती दीपिका जैन।
चित्तौड़गढ़। प्रतापनगर में चल रही श्रीमद भागवत कथा में भगवान बालकृष्ण लल्ला के मनोहर चरित्र बाल लीला का कथा वाचक पं. अशोक भारद्वाज ने रोचक वर्णन किया। इस दौरान छप्पन भोग लगाकर गोवर्धन पर्वत की पूजा अर्चना की गई। कथा वाचक पं. श्री भारद्वाज ने कहा कि भगवान कृष्ण ने ब्रज में ऐसी ऐसी लीलाएं की, जिनको देखकर चतुर्मुखी ब्रह्मा जी भी मोहित हो गए। उन्होंने गोवर्धन लीला का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्री कृष्ण ब्रिजवासियों को एकत्र करके गोवर्धन पूजन की। इस पूजन को देखकर इंद्र क्रोधित हो गए और इंद्र ने अपने सातों मेघों को आदेश देकर ब्रिज के ऊपर भारी बारिश प्रारंभ करवा दी। जब ब्रज वासियों को इंद्र के कोप से बचाने के लिए भगवान श्री कृष्ण ने अपनी एक उंगली पर गोवर्धन को धारण कर लिया।
तब से भगवान श्री कृष्ण को गिरिराज धरण कहा जाता है। कथा के दौरान छप्पन भोग दर्शन एवं अन्नकूट का आनंद श्रोताओं ने लिया। बुधवार को भागवत कथा में श्रीकृष्ण और रुकमणी विवाह होगा सजीव झाकियाँ दर्शाई जाएगी कथा के पश्यात आरती और प्रसाद वितरण किया गया है।