वीरधरा न्यूज़। चित्तौडग़ढ़@ श्रीमती दीपिका जैन।
चित्तौडग़ढ़।कृषि विज्ञान केंद्र, चित्तौड़गढ़ एवं कर्णधार किसान उत्पादन संगठन, पिण्ड के संयुक्त तत्वाधान में गाँव ख़ानपुरा (बड़ी सादड़ी) में ख़रीफ़ मौसम पूर्व किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया इसमें कृषि विज्ञान केंद्र चित्तौड़गढ़ के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतनलाल सोलंकी ने किसान गोष्ठी में उपस्थित किसानों को कृषि की नवीन तकनीकी जानकारी अर्थात कृषि के वस्तुओं मिट्टी, जल, जलवायु, बीज, औज़ार और किसान के 6 स्तंभ कहे जाते हैं, कृषि के लिए मिट्टी (मृदा) स्वस्थ नितांत आवश्यकता होती हैं अर्थात स्वस्थ धरा, खेत हरा, डॉ. सोलंकी ने कृषि को फसलों की बुवाई पूर्व मक्का, सोयाबीन, मूंगफली, उड़द आदि फसलों में संतुलित मात्रा में खाद एवं उर्वरक के प्रयोग, फसलों को बुवाई से पूर्व बीज में टीका / बीज उपचार करने की सलाह एवं बुवाई के समय फसलों में जिप्सम खाद का उपयोग करने की सलाह किसानों को दी। नाबार्ड के प्रबंधक डीडीएम महेन्द्र कुमार डूडी ने उपस्थित किसानों को विभिन्न वित्तीय अनुदान संबंधित एवं किसान क्रेडिट कार्ड का महत्व वह सीमाएं पर प्रकाश डाला, गोष्टी में पिंड में संचालन एफपीओ के सीओ गोपाल डाँगी ने एफ़पीओ के रिटेल आउटलेट पर उपलब्ध विभिन्न खादों, उन्नत बीजों एवं दवाओं के बारे में जानकारी दी। गोष्ठी में सेवानिवृत्त सहायक कृषि अधिकारी देवी लाल मेनारिया ने किसानों को प्राकृतिक खेती के विभिन्न अवयव व इसका महत्व पर प्रकाश डाला। अंत में कट्स के मदन गिरी गोस्वामी ने उपस्थित किसानों एवं अतिथियों का आभार व धन्यवाद किया।