वीरधरा न्यूज़।चित्तौडग़ढ़@डेस्क।
चित्तौडग़ढ़।मेरी माटी मेरा देश अभियान का आयोजन स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल डूंगला में शुक्रवार को किया गया।
कार्यक्रम की जानकारी देते हुए राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक श्वेता सामर ने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डूंगला तहसीलदार हिम्मत सिंह राव थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में अग्रणी जिला प्रबंधक बैंक ऑफ़ बड़ौदा अशोक कुमार वासवानी, बैंक मैनेजर ब्रांच डूंगला संजय कुमार, एसबीआई के अमित कुमार, सीबीईओ जब्बार खान देशवाली, प्रधानाचार्य भूपेन्द्र कुमार रेगर, अतिरिक्त विकास अधिकारी गोवर्धन लाल प्रजापत, नरेश कुमार डाबरिया, सरपंच प्रतिनिधि लाल सिंह मीणा थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बैंक ऑफ़ बड़ौदा शाखा डूंगला के संजय कुमार ने की।
मुख्य अतिथि राव ने अपने उद्बोधन में कहा कि मेरी माटी मेरा देश एक ऐसा अभियान है जो भारतीय नागरिकों के बीच मातृभूमि के महत्व को साझा करने और अपने देश के प्रति समर्पण की भावना को बढ़ावा देने का प्रयास करता है। कार्यक्रम का उद्देश्य है कि गांव के एक सामान्य व्यक्ति देश की माटी के महत्व को बताते हुए देश की माटी से जोड़ना है। अभियान के अंतर्गत अमृत कलश यात्रा का आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत घरों से अमृत कलश में मिट्टी एवं अक्षत हर ग्राम स्तर से एकत्रित किए गए। बैंक ऑफ़ बड़ौदा के लीड मैनेजर अशोक कुमार वासवानी ने बताया कि मेरी माटी-मेरा देश कार्यक्रम में देश का हर वर्ग बढ़-चढ़ कर भाग ले रहा है। विद्यालय से छात्र छात्राओं के साथ अमृत कलश यात्रा में माटी को नमन-वीरों का वंदन करने का सुअवसर प्राप्त हुआ “मेरी माटी मेरा देश ” एक कार्यक्रम नहीं बल्कि एक भावना है। हमें मिलकर इसे जनभागीदारी से, जनआंदोलन बनाना है।
जब्बार खान देशवाली ने इस मौके पर दिए उद्बोधन में कहा कि नागरिकों में कर्तव्य पालन की भावना से विकसित भारत का निर्माण करना है। यह कलश दिल्ली में होने वाले आजादी अमृत महोत्सव के समापन समारोह में शामिल होगा। इस कार्यक्रम में नेहरू युवा केंद्र राष्ट्रीय स्वयंसेवी का श्वेता सामर एवं गायत्री शर्मा को अतिथियों द्वारा माटी कलश सोपा गया। उक्त कलश दिल्ली वीरो का वंदन शहीदों का नमन कर्तव्य पथ पहुंचाया जाएगा।
इस मौके पर व्याख्याता उदय लाल मेघवाल, युवा नेता सुशील कुमार जारोली, अखिलेश दाणी, जितेंद्र नलवाया के साथ अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे । कार्यक्रम का संचालन शारीरिक शिक्षक विमल कुमार नलवाया ने किया। व्याख्याता उदयलाल मेघवाल ने उपस्थित जन का आभार व्यक्त किया।