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श्रीअन्न व्यंजनो का लाभकारी प्रभाव पर कृषक वैज्ञानिक संवाद आयोजित।

 

वीरधरा न्यूज़।बड़ीसादड़ी@ श्री राम सिंह मीणा रघुनाथपुरा।

बड़ीसादड़ी। कृषि विज्ञान केन्द्र चित्तौड़गढ़ द्वारा श्रीअन्न व्यंजनो का स्वास्थ्य पर लाभकारी प्रभाव आधारित कृषक वैज्ञानिक संवाद आयोजित किया गया केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतन लाल सोलंकी ने बताया इस कार्यक्रम में बड़ीसादड़ी उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती ग्राम पंचायत अमीरा मां मरावदीया गाव के जनजाति क्षेत्र की 51 महिला कृषकों तथा 4 कृषकों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण प्रभारी दीपा इन्दौरिया ने कार्यक्रम के दौरान श्री अन्न से बनने वाले विभिन्न व्यंजनों को दैनिक दिनचर्या में किस प्रकार से शामिल किया जा सकता है विषय पर विस्तार से चर्चा की गई। प्रशिक्षणार्थियों को श्री से बनने वाली विभिन्न व्यंजनों को तैयार करने की विधि सिखाई गई। साथ ही यह बताया कि लम्बे समय से उच्च ग्लासेमिक इन्डेक्स वाले अनाज गेहूं एवं चावल को प्रयोग करने के स्वास्थ्य पर किस प्रकार के हानिकारक प्रभाव पड़ रहे है। और इन्हीं हानिकारक प्रभावो को कम करने के लिए विभिन्न प्रकार के श्रीअन्नो को आहार में विभिन्न तरीको से शामिल करना अनिवार्य हो गया है। मोटे अनाज ज्वार, बाजरा, रागी, कांगणी का दैनिक जीवन में उपयोग, प्रसंस्करण एवं उत्पादन तकनीकी के बारे में विस्तृत रूप से बताया। दैनिक दिनचर्या के भोजन में चपाती अथवा रोटी का मुख्य स्थान है और विभिन्न तरह के अनाजों के आटे का प्रयोग कर रोटी का पौष्टिक मूल्य बढ़ा सकती हैं इससे कुपोषण पर नियंत्रण होगा, ग्रामीण परिवेश में भी कुपोषण की दर तेजी से कम होगी।
केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. रतन लाल सोलंकी ने बताया कि श्रीअन्न न सिर्फ स्वाथ्स्य की दृष्टि से उत्तम है बल्कि कृषि क्षेत्र के लिए भी आर्थिक दृष्टि यह अत्यन्त लाभकारी है। क्योकि श्रीअन्न फसले उत्पदन में लागत मूल्य काफी कम है। साथ ही हमारी मृदा के स्वास्थ्य के लिए भी अत्यन्त फायदेमंद है। श्री संजय कुमार धाकड़ ने बताया कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा गावो में मिलेट्स फसलों के प्रदर्शन लगाये जायेंगे ताकि कृषि विज्ञान केंद्रों के प्रशिक्षण में आने वाले प्रशिक्षणार्थी मोटे अनाजों के बारे में समझ सकें। प्रशिक्षण के अंत में सभी प्रशिक्षणार्थियों को केन्द्र पर स्थित मिलट वाटिका का भ्रमण कराकर कटहल जामून तथा अमरूद के पौधे भी वितरित किये गये । प्रशिक्षण प्रभारी दीपा इन्दौरिया ने कार्यक्रम के समापन के मौके पर कुपोषण उन्मूलन के लिए शपथ दिलाई गई तथा तकनीकी सहायक संजय कुमार धाकड़ ने सभी महिलाओं को प्रशिक्षण में पधारे हुए सभी को धन्यवाद अर्पित किया गया।

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