भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति ने कलेक्ट्रेट पर सांकेतिक भिक्षावृत्ति कर अब तक शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि दी।
वीरधरा न्यूज़। चित्तौड़गढ़ @ डेस्क।
भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति ने चित्तौड़गढ़ कलेक्ट्रेट पर सांकेतिक भिक्षावृत्ति कर किया आन्दोलन।
भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति राजस्थान चित्तौड़गढ़ द्वारा आज दोपहर 1:00 बजे जिला कलेक्टर कार्यालय से किसान आंदोलन को गति प्रदान कर सांकेतिक भिक्षावृत्ति कर किसान कानूनों के विरोध में आन्दोलन कर रहे देश के सभी किसान संगठनों के सम्मान में किसान आंदोलन को गति प्रदान की फिर राष्ट्रपति के नाम किसान कानून वापस लेने का ज्ञापन सौंपा।
भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभियंता अनिल सुखवाल ने बताया कि चित्तौड़गढ़ जिले के विभिन्न पंचायत समितियों से कई संगठनों के किसान नेताओं ने देश में चल रहे किसान आंदोलन को गति प्रदान कराने हेतु सांकेतिक भिक्षावृति कर देश के किसानों का ध्यानाकर्षण किया है जिससे सभी किसान समय रहते जाग सके और तीनों काले कृषि कानूनों के आगामी धातक परिणामों से अवगत कराया| अभियन्ता अनिल सुखवाल ने कहा 56 इन्च का सीना रखने वालें पीएम स्वयं किसानों से वार्ता करने क्यों नहीं जा रहे, कही चोर की दाढ़ी में तीनका तो नहीं छिपा है।
जिला कलेक्ट्रेट पर सांकेतिक भिक्षावृति से पहले सभी किसानों ने किसान आंदोलन में शहादत प्राप्त कर चुके 38 किसानों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि प्रदान की उसके बाद सभी किसानों ने अपने-अपने गलों में टीन के गुल्लक टांग कर कलेक्ट्रेट चौराहे पर जाकर सांकेतिक भिक्षावृत्ति का कार्यक्रम प्रारंभ किया अब गांव गांव में आन्दोलन को गति प्रदान करने की रूप रेखा तैयार की।
आन्दोलन में भारतीय जागरूक किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभियंता अनिल सुखवाल, समिति के प्रदेश अध्यक्ष बद्री लाल जाट बड़ोदिया, रामेश्वर लाल जाट उर्फ आर आर, शंकर लाल लौहार, राजकुमार साहू, अरुण जोशी, लेहरु लाल जाट, दिनेश शर्मा, प्रह्लाद जाट, भेरूलाल पुर्बिया, शंभू लाल शर्मा, उदय लाल तेली, कैलाश माली, सुरेश जाट, मुकेश जाट, उदय लाल माली, शांति लाल सेन, कमलेश जाट, शंकर सेन, नारू पुर्बिया, सुरेश शर्मा, रतन लाल जाट, विष्णु कुमावत, कमलेश पारीख, सहित जिले के कई बड़े सक्रिय किसान नेता मौजूद थे।