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डुंगला-अफ़ीम नीति को लेकर अफ़ीम किसानो ने कुकड़ेश्वर मे सौंपा 5 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन।

वीरधरा न्यूज़।डुंगला@ श्री अमन अग्रवाल।


डूंगला।कुकड़ेश्वर में आज नायाब तहसीलदार व केंद्रीय वित्त मंत्री महोदय भारत सरकार के नाम, भारतीय अफीम किसान संघर्ष समिति राजस्थान मध्य प्रदेश ने ज्ञापन सौंपा आगामी नई अफीम नीति 2022 -23 में 1997-98 से काटे गए सभी अफीम पट्टे, घटिया, घाढता, वाटर मिक्स, सस्पेक्टेड, लो मार्फीन, औसत कमी, सहित सभी, अफीम पट्टे बहाल किए जाए ,सभी अफीम पट्टे लुवाई चिराई के मिले।
पिछले वर्ष नीमच अफीम फैक्ट्री में भ्रष्टाचार करते हुए कम मार्फिन बता कर सीपीएस में सम्मिलित किए गए, सभी किसानों को भी लुवाई चिराई के अफीम पट्टे दिए जाए।
1997-98 में अफीम खेती कर चुके सभी किसानों को अफीम खेती करने का अवसर लुवाई चिराई के अफीम पट्टे देकर दिया जाए।
मेक इन इंडिया का मजबूत आधार परंपरागत अफीम खेती ही है। अतः धारा 8 बंटा 29 खत्म की जाए,क्योंकि इसमें निर्दोष किसानों का आर्थिक नूकसान होता है।
भारतीय अफ़ीम किसान संघर्ष समिति की अति आवशयक मिटिंग की अध्यक्षता भंवरसिह गोंड भाटखेडी़ ने की, लोकेश तूगनावत, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, राष्ट्रीय संरक्षक मांगीलाल मेघवाल बिलोट, राष्ट्रीय अध्यक्ष नरसिंह दास बैरागी,राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी बन्शीलाल धाकड़ राजपुरा, राष्ट्रीय कोशा अध्यक्ष नारायण सिंह राणावत सेमरडा, महा सचिव भोपाल सिंह चौहान, मन्दसौर ज़िला अध्यक्ष नरसिंह डांगी टिडवास, रतलाम जिला अध्यक्ष भंवरलाल कुमावत, पीपलोदा तहसील अध्यक्ष निर्भयराम आंजना जडवासा, नीमच ज़िला अध्यक्ष परशराम मीणा, प्रकाश राठोड कुकड़ेश्वर, भीमसिह, देवीलाल गुजर, दलपत सिंह, मनालाल गुजर, कैलाश मेघवाल कड़ी खूर्द, शंकरलाल अहीर, अमृतराम अहीर, सुरेश, तुलसीराम पाटिदार, सुंदरलाल पाटिदार, घीसालाल मेघवाल, शोभाराम आंजणा प्रभूलाल आजणा सहित कई किसान रहे उपस्थित थे।

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