वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ श्री महेन्द्र धाकड़।
चित्तौड़गढ़। बेगू उपखंड क्षेत्र के डेकड़ी खेड़ा गांव के कवि सत्यनारायण स्वदेशी को भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं पर आधारित एक कविता संग्रह पुस्तक के लिए इंटरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की ओर से प्रशस्ति पत्र और मेडल प्रदान किया। कवि स्वदेशी ने बताया कि कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर कृष्ण लीलाओं पर आधारित कविताओं का एक संग्रह पुस्तक का संपादन किया गया। जिसमें देश के 251 कवियों ने अपनी मौलिक कविताएं लिखकर इस पुस्तक में अपना योगदान दिया। भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं पर आधारित इस पुस्तक को इन्टरनेशनल बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए चुना गया। पुस्तक में शामिल कविताओं के सभी रचयिताओं को संस्था द्वारा प्रशस्ति पत्र और मेडल देकर सम्मानित किया। पुस्तक का संपादन डॉ. जयपूर्णा विश्वकर्मा गढ़वा के द्वारा किया गया।
कवि स्वदेशी ने इस उपलब्धि का पूरा श्रेय अपनी गुरु डॉ. शुभदा पांडेय देते हुए कहा कि मैं मन के भावों को मन में दबा कर रख लिया करता था क्योंकि मुझे कविता लिखना नहीं आता था। मेवाड़ युनिवर्सिटी से बी. एड करने के दौरान देश की जानीमानी हिंदी साहित्यकार जो सेंकड़ों पुस्तकों की लेखक हैं, डॉ. शुभदा पांडेय से मुलाकात हुई उन्होंने ही अपने मार्गदर्शन से मुझे कविता लिखना सीखाया।