वीरधरा न्यूज़।मेड़ता रोड@ श्री एजाज़ अहमद उस्मानी।
मेड़ता रोड़। आठ जिलों की पुलिस के वांछित कुख्यात अपराधी राजू फौजी को घुटने टिकाकर दबोच डालने वाले नागौर जिले से ताल्लुक रखने वाले पुलिस के दबंग थानेदार सुनील ताडा व उनकी टीम के साहस व वीरता की जितनी सराहना की जाए उतनी कम है।
प्रदेश सरकार के गले की फांस बनकर फरार चल रहे मोस्टवांटेड आरोपी राजू फौजी की पिछले काफी समय से विभिन्न जिलों की पुलिस तलाश रही थी जिस पर तस्करी, हत्या व लूट के गम्भीर मुकदमे दर्ज है। भीलवाड़ा पुलिस के सिपाही की हत्या के बाद पुलिस के कई लोग भी जिस खूंखार अपराधी से खौफ खाने लगी थी। ऐसे में सरकार ने संवेदनशीलता दिखाते हुए उसे चित करने का जिम्मा एसआई सुनील ताडा को दिया है। सुनील ताडा के नेतृत्व में गठित टीम ने बेहद ही साहस व वीरतापूर्ण कार्य करते हुए अल्प समय में अपराधी की तलाशी के प्रयास करते हुए आखिरकार अपनी जान जोखिम में डालकर उसे दबोच ही लिया। अपराधी ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करते हुए मारने का प्रयास किया लेकिन ताडा ने अपनी सूझबूझ व बहादुरी का परिचय देते हुए गोली से उसे घायल कर दबोच डाला। हथियारों से लैस ऐसा अपराधी जिससे आमजन तो क्या पुलिस खुद भी डरे, जिसे दबोचना कोई आसान नहीं था लेकिन सिंघम ऑफिसर ताडा के नेतृत्व वाली टीम ने इस साहसिक कार्य को अंजाम दिया जिससे प्रदेश की पुलिस व सरकार ने भी राहत की सांस ली। इन्होंने एक अपराधी को ही नहीं पकड़ा बल्कि “अपराधियों में भय व आमजन में विश्वास” वाले ध्येय वाक्य को भी चरितार्थ कर दिखाया।
मुख्यमंत्री व गृहमंत्री राजस्थान सरकार से अनुरोध है कि ऐसे साहसिक व जोखिमपूर्ण कार्य को अंजाम देने पर जाबांज पुलिस अधिकारी सुनील ताडा को तत्काल “गैलेंट्री प्रमोशन” देकर सम्मानित किया जावें ताकि पुलिस में मनोबल व अपराधियों में खौफ बना रहें।