वीरधरा न्यूज़।चित्तोडगढ़@डेस्क।
चित्तौड़गढ़।चित्तौड़गढ़ जो कि मीरा ओर पद्मिनी की धरती है और शुरू से यहाँ मातृशक्ति का एक विशेष योगदान ओर बलिदान रहा है ऐसे में यहाँ की आज की नारी भी अपने आपको पीछे ना रखते हुए आगे बढ़ रही है और आज उनके हाथ से बनाये बांदरवाल, तोरण, रंगोली जो देश ही नही विदेशों में बिक रहे है जिससे चित्तौड़गढ़ का गौरव ओर बढ़ रहा है।
शहर के निकटवर्ती चामटी खेड़ा में करीब एक दर्जन महिलाएं जो हैंडलूम के कार्य से ना सिर्फ आत्मनिर्भर बनी है बल्कि पैसा कमाकर अपना घर चला रही है जिनकी खुशी का कोई ठिकाना नही।
श्रीनाथ समुह की अध्यक्ष सुनीता शर्मा ने बताया कि ऐसे ही हमारे समुह में चामटी खेड़ा के साथ ही चन्देरिया, कच्ची बस्ती, शहर सहित विभिन्न क्षेत्रों में करीब 40 से अधिक महिलाएं रोज कार्य कर रही और यह सामान भारत के बाहर करीब आधा दर्जन से अधिक देशों में यहाँ से रोज सामान बनकर जा रहा है, वो बताती है कि इन महिलाओं द्वारा लगातार अच्छी मेहनत करके जो कार्य किये जा रहे है उनसे ना सिर्फ ये आत्मनिर्भर बनी है बल्कि अब घर खर्च में भी पूरा सहयोग करती है, जिससे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने में सक्षम हुई है, वही उन्होंने बताया कि इन महिलाओं की मदद के लिए कही बार हमने सरकार और प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है लेकिन कोई अभी तक मदद के लिए आगे नही आये।
समूह की ही एक महिला चामटी खेड़ा निवासी राधा टेलर ने बताया कि हमने लोन के लिए नगर परिषद सहित अन्य से भी गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नही हुई फिर भी हम यह कार्य करके अब बहुत खुश है और हम अब किसी पर निर्भर नही उन्होंने अन्य महिलाओ से भी आव्हान किया कि वो भी आगे आये और ये आसान कार्य कर स्वयं को आत्मनिर्भर बनाये ताकि किसी पर निर्भर ना रहना पड़े।
मुकेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि शहर में ऐसे कही अन्य लोग सक्रिय है जो लोन के नाम पर महिलाओ का शोषण कर रहे है, वो महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाने का नही बल्कि कर्जदार बनाने का काम कर अपने घर भर रहे है, ऐसे लोगो पर प्रसासन को नकेल कसने की आवश्यकता है लेकिन अभी तक प्रसासन का ध्यान भी इस ओर नही जा रहा जो हमारे चित्तौड़गढ़ के लिए एक दुखद विषय है।