वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
गंगरार। महादेव मंदिर में महिला एवं पुजारी पर गलत काम करने का आरोप लगाकर लज्जा भंग करने वाले आज भी पुलिस गिरफ्त से दूर होने से महिला ने आज जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर उपस्थित होकर जिला पुलिस अधीक्षक से दोषियों को गिरफ्तार करने की गुहार लगाते हुए कहां कि आज घटना को 26 दिन बितने के उपरांत भी आज दिनांक तक सभी आरोपी पुलिस गिरफ्त से बाहर घूम रहे हैं एवं प्रसासन द्वारा किसी प्रकार की ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। जिला पुलिस अधीक्षक के पास उपस्थित होकर महिला ने गुहार लगाई कि स्थानीय पुलिस का आरोपियों के साथ सांठगांठ एवं पुलिस पर दबाव होने के कारण हमे न्याय नही मिल पा रहा है एवं पुलिस कार्यवाही को दोषियों द्वारा बाधित किया जा रहा है।
पीड़िता ने जिला पुलिस अधीक्षक से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए दोषियों पर कठोर से कठोर कानूनी कार्रवाई करने के साथ ही उन्हें जल्द ही गिरफ्तार
करने की गुहार लगाई।
पुलिस अधीक्षक के पास पहुंची पीड़ित महिला ने बताया कि 30 जुलाई को गंगरार में वह पीड़ित महिला जोकि मंदिर में पूजा करने गई थी एवं पुजारी से पारिवारिक व्यवहार होने से वह पुजारी कक्ष में पुजारी की पत्नी को पूजा करने हेतु बुलाने गई थी तभी मंदिर ट्रस्टियों के साथ ही कुछ अन्य लोग मौके पर पूर्व नियोजित षडयंत्र के साथ पहुंचे और उन्होंने मुझ महिला एवं पुजारी को एक कमरे में बंद करने की कोशिश की लेकिन पुजारी के कक्ष से बाहर निकलने पर उन्होंने पुजारी की जूतों से मंदिर प्रांगण में ही पिटाई कर दी।
जानकार सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंदिर ट्रस्ट और पुजारी के मध्य पिछले कई सालों से विवाद न्यायालय में विचाराधीन था जिसमें सक्षम न्यायालय द्वारा पुजारी के पक्ष में फैसला सुनाए जाने से मंदिर ट्रस्ट प्रशासन पुजारी से नाराज चल रहा था, और संभवतया इसी कारण पुजारी को येन केन प्रकारेण मंदिर से बाहर करने की योजना के तहत मंदिर ट्रस्ट एवं कुछ लोगों द्वारा मुझ महिला एवं पुजारी के पुजारी कक्ष में होने की बात का बतंगड़ बनाते हुए षडयंत्र पूर्वक मुझ महिला एवं पुजारी पर गलत आरोप लगाकर एवं मेरे के साथ लज्जा भंग करते हुए अभद्र व्यवहार किया गया साथ ही पुजारी को मंदिर प्रांगण में ही जूतों एवं चप्पलों से पीटा गया फिर पुजारी का सामान ट्रस्ट द्वारा मंदिर से बाहर फेंक दिया गया। इस पर भी उनका आक्रोश शांत ना हुआ तो उन लोगों द्वारा मुझ महिला एवं पुजारी को अपमानित कर एवं मानसिक तौर पर पीड़ित करने की बदनियती से उक्त घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया जिससे उनकी छवि सब तरफ और समाजजन के सामने खराब हुई है और इसी से आहत होकर के घटना के अगले दिन पीड़ित महिला समाजजनों के साथ जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में उपस्थित हुई और प्रकरण में समस्त दोषियों को पकड़ने और उनके खिलाफ ठोस कानूनी कार्यवाही करने का ज्ञापन दिया लेकिन आज तक सभी दोषी खुले में गुम रहे हैं और पुलिस कार्यवाही को प्रभावित कर कानून को ठेंगा दिखा रहे हैं।
आज बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पीड़िता ने जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष पुनः उपस्थित होकर दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की गुहार लगाई।
बता दे कि इस पूरे मामले को आम आदमी पार्टी जिलाध्यक्ष अनिल सुखवाल ने ही पब्लिक एप के माध्यम से प्रमुखता से उठाया था जिसके बाद जनता और समाज भी ट्रस्ट द्वारा महिला की लज्जा भंग के विरोध में उतरे और महिला, पुजारी ओर समाजजनों ने ज्ञापन सौंप कार्यवाही की मांग की थी हालांकि अभी तक कार्यवाही नही होना इस गम्भीर मामले पर कही ना कही प्रशासनिक तंत्र का ढीलापन लग रहा है।