चित्तौड़गढ़ जिले के शंभूपुरा थाना अंतर्गत एक सीमेंट फैक्ट्री में कर्मचारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई जिसे फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा गुपचुप तरीके से निजी अस्पताल में ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया सूचना पर मृतक के साथी और स्थानीय लोग भी चिकित्सालय पहुंचे और फैक्ट्री प्रबंधन से मृतक का सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाने के लिए कहा लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा परिजनों पर दबाव बनवा कर मृतक को उसके गांव रांची भेजने की तैयारी कर ली ।
जानकारी के अनुसार जिले के शंभूपुरा थाना अंतर्गत सावा गांव में स्थित आदित्य बिरला सीमेंट फैक्ट्री में के वर्षों से कार्यरत झारखंड के रांची निवासी कर्मचारी अशोक सिंह की गुरुवार प्रातः अज्ञात कारणों के चलते तबीयत बिगड़ जाने संदिग्धावस्था में मौत हो गयी, जिस पर फैक्ट्री प्रबंधन के सिक्योरिटी ऑफिसर राजेश शॉ, सिक्योरिटी इंचार्ज उम्मीद सिंह भाटी सहित अन्य कर्मचारियों ने गुपचुप तरीके से शहर के एक निजी अस्पताल में खानापूर्ति करने के लिए भर्ती करवा दिया। निजी चिकित्सालय में गठित 5 सदस्यीय चिकित्सकीय टीम से औपचारिकता करते हुए जांच कराई गई। जहाँ चिकित्सकों ने अशोक को मृत घोषित कर दिया। वहीं फेक्ट्री प्रबंधन द्वारा परिजनों पर दबाव बनाकर मृतक का बिना पोस्टमार्टम करवा झारखंड भेजे जाने की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग और कर्मचारी के साथ ही ग्रामीण निजी चिकित्सालय पहुंचे और जिला चिकित्सालय में पोस्टमार्टम करवाने के लिए है लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन ने परिवार जन को दबाव में लेकर झारखंड भेजने की तैयारी पहले से ही कर ली स्थानीय निवासियों ने बताया फैक्ट्री प्रबंधन के सिक्योरिटी गार्ड द्वारा आए दिन इस प्रकार की घटनाओं को दबा दिया जाता है।