वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@डेस्क।
चित्तौडगढ़ कोतवाली थानांतर्गत बिडघास गांव में हाल ही में हुई 13 जुलाई को महिला कविता कुमावत की मौत के मामले में जहा ससुराल पक्ष मामले को आत्महत्या का नाम दे रहा है वही पियर पक्ष और घटियावाली के बड़ी संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पर पहुचे ओर मामले को आत्महत्या बता इसकी जांच कर न्याय की गुहार लगाई।
मृतका के भाई घटियावली निवासी नारायण लाल कुमावत ने बताया कि 13 जुलाई को मुझे मेरी बहन के जेठ लालाराम ने फोन कर बुलाया की बहन की तबियत खराब है जल्दी आओ इस पर में बहन के ससुराल गया वहा जाकर देखा तो बहन को पलंग पर सुला रखा था जिसके शरीर पर चोटों के निशान थे हाथ पैर टूट हुए थे खून आ रहा था जिस स्थिति में वो तो उससे साफ दिख रहा था कि उसे मारकर हत्या की गई थी जबकि उसके ससुराल वाले सभी विकास, भगवानलाल, चांदी बाई, लालाराम, लाली बाई ओर रमेश कुमावत ने षड्यंत्र रच उसे आत्महत्या का नाम दे रहे, ओर अंतिम संस्कार कि तैयारी करने लगे हमने इसे घटियावली ले जाना चाहा उस पर वो लड़ाई पर उतर आए और धमकाने लगे ओर वही उन्होंने जबरन अंतिम संस्कार कर दिया।
गुरुवार को मृतका के परिजन सहित दर्जनों ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुचे ओर जिला कलक्टर, एसपी, सांसद और उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन सौंप मुल्जिमो के खिलाफ हत्या कर सबूत मिटाने व गुमराह कर अनुसंधान प्रभावित करने के आपराधिक कृत्य के लिए प्रकरण दर्ज कर अनुसंधान कराया जाकर मुल्जिमो को कड़ी से कड़ी सजा दिलाये जाने की मांग की।
इस दौरान उप सरपंच ज्ञानेश्वर पूरी, पंचायत समिति सदस्य गोपाल कुमावत, देवीलाल कुमावत, शंकर कुमावत, भगवानलाल कुमावत, रोड़ी दास आदि सहित बड़ी संख्या में महिला पुरुष मोजुद रहे।