वीरधरा न्यूज़।आकोला@श्री शेख सिराजुद्दीन।
आकोला। महा तपस्वी तेरापंथ के आचार्य श्री महाश्रमण जी के युवा शिष्य मुनि श्री सिद्ध प्रज्ञ जी का निंबाहेड़ा से पदयात्रा करते हुए आकोला तेरापंथ भवन में आगमन हुआ।
इस अवसर पर मुनि सिद्ध प्रज्ञ जी ने कहा कि आकोला श्रद्धा का अच्छा क्षेत्र है यहां पर आज से 40 साल पहले आचार्य श्री तुलसी के साथ आया था, उसके बाद वर्तमान आचार्य श्री महाश्रमण जी के साथ आगमन हुआ था। मुनि श्री जी ने कहां की संयम जीवन है तो असंहयम मृत्यु है। शांति का जीवन जीने के लिए संयम का जीवन जीना जरूरी है। यदि जीवन मे शांति और स्वस्थ रहना चाहता है तो उसे संयम का जीवन जीना जरूरी है। इस अवसर पर तेरापंथ सभा के पूर्व अध्यक्ष बंसीलाल मेहता, सभा मंत्री नरेंद्र कुमार चपलोत तथा महिला मंडल की पूर्व अध्यक्षा रेखा चपलोत आदि वक्ताओं ने मुनि श्री का स्वागत किय। इस अवसर पर तेरापंथ सभा अध्यक्ष उदयलाल चपलोंत, पूर्व अध्यक्ष सुरेश मेहता, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष संजय मेहता, सौभाग्य मल मेहता, संपत लाल, राजेश , सुरेश कुमार, शांतिलाल, संदीप सहित कई श्रद्धालु जनो ने मुनिश्री की अगवानी की। मुनि श्री कल प्रातः फतहनगर की ओर विहार कर कांकरोली चातुर्मास हेतु प्रस्थान करेंगे।