वीरधरा न्यूज़।चित्तौरगढ़@डेस्क।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय चित्तौड़गढ़ के मुख्य द्वार के बाहर लोक परिवहन निगम एवं राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों द्वारा अवैध ठहराव स्थल बनाने से यातायात बाधित हो रहा तो वही यह स्थल दुर्घटनाओं का रास्ता बनता जा रहा है।
चित्तौड़गढ़ जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय के मुख्य द्वार के बाहर कई वर्षों से लगातार लोक परिवहन निगम एवं राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की बसों द्वारा अवैध रूप से ठहराव स्थल बनाकर रोजाना दिनभर बसों का सड़क के मध्य में ही जमावड़ा लगाया जा रहा है जिससे रोड के कैरिज वे पर आने जाने वाले आमजन को आवागमन में बाधा उत्पन्न रही है, कई बार तो यह भी देखा जा चुका है कि जिला कलेक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक स्वयं के वाहन द्वारा भी लगातार होर्न बजाने के बावजूद भी बस संचालकों द्वारा बसों को आगे नहीं खींसकाया जाकर नजरअंदाज किया जाता है लेकिन यदा-कदा इन सभी कमियों पर पर्दा ड़ालने के लिए जब कभी जिले में किसी वीआईपी विजिट होने अथवा डीआईजी उदयपुर के चित्तौड़गढ़ निरीक्षण पर आने के दौरान यहां विशेष यातायात पुलिस की माकुल व्यवस्थाएं करावाई जाती है ताकि अव्यवस्थाओं को छिपाया जा सके और वीआईपी विजिट के दौरान यातायात व्यवस्था को सुचारु रुप से संचालित होना दिखाया जा सके
आम जनता की शिकायत के बाद लगभग छ: माह पूर्व में जिला पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव द्वारा उक्त स्थल पर नो पार्किंग का बोर्ड लगवा कर यहां पर कुछ दिनों तक ट्रैफिक पुलिस को व्यवस्था हेतु खड़ा करवाया था तब कही जाकर व्यवस्था सुचारू हो सकी लेकिन अफसोस कि यह व्यवस्था भी ज्यादा दिनों तक नहीं चल सकी इसके लगभग 15 दिन बाद ही ना जाने ऐसा कौन सा दबाव पुलिस एवं प्रशासन पर लोक परिवहन बस मालिकों द्वारा डलवाया गया कि उसी स्थल पर वापस अवैध ठहराव स्थल बना दिया गया इन बस संचालकों द्वारा कई बार सवारियों के लिए टैक्सी संचालकों एवं एक दूसरी बसों के कंडक्टरों से लड़ाई झगड़ा कर गाली-गलौच करते देखा जाना एक आम बात हो गई है कुछ दिनों पहले जिले में नव पदस्थापित जिला पुलिस अधीक्षक राजेंद्र प्रसाद गोयल ने जब इस अव्यवस्था को देखा तो वहां पुनः नो पार्किंग का बोर्ड लगाकर ट्रैफिक पुलिस को पाबंद किया गया था लेकिन यह व्यवस्था मुश्किल से 2 दिन में ही अपनी कमर घसीटती नजर आई।
इस बसों के अवैध ठहराव स्थल के कारण आम राहगीरों और यातायात को कई बार दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ चुका है एवं कई बार सड़क के बीचो बीच लंबा जाम का दृश्य देखा जाना आमजन के लिए एक आम बात हो चुकी है ना जाने जनता को इस अव्यवस्था से प्रशासन कब मुक्ति दिला पायेगा अथवा कभी नहीं, यह तो समय के गर्त में है।