वीरधरा न्यूज़।चित्तौड़गढ़@ डेस्क।
चित्तौड़गढ़। जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा के निर्देशन में जिला चिकित्सालय, गांधीनगर पीएचसी, किरखेड़ा-भोईखेड़ा पीएचसी, पाडन पोल पीएचसी एवं चंदेरिया पीएचसी पर शुक्रवार 28 मई शुक्रवार से कोरोना के रैपिड एंटीजन टेस्ट शुरू हो गए हैं। अस्पताल समय में मरीज यहां पहुंचकर अपना रैपिड एंटीजन टेस्ट करवा रहे हैं। जिला कलेक्टर ने बताया कि अधिकतम आधे घंटे में टेस्ट की रिपोर्ट मरीज को प्राप्त हो रही है। पीएमओ डॉ दिनेश वैष्णव ने बताया कि प्रत्येक इंडोर पेशेंट का रैपिड एंटीजन टेस्ट भी किया जा रहा है एवं शहर में रैपिड एंटीजन टेस्ट हेतु कुल 2000 किट उपलब्ध कराए गए हैं। इसी के साथ ऐसे मरीज जिनका रैपिड टेस्ट नेगेटिव है लेकिन आई एल आई लक्षण दिखाई दे रहे हैं, उन्हें आरटी-पीसीआर टेस्ट की भी सलाह दी जा रही है। रैपिड एंटीजन टेस्ट होने से प्रारंभिक तौर पर कोरोना संक्रमित का पता चल पा रहा है एवं यह कोरोना रोकथाम में काफी मददगार साबित हो रहे हैं।
कैसे होता है रैपिड एंटीजन टेस्ट?
टेस्ट के लिए नाक में एक पतली से नली से सैंपल लिया जाता है। नाक से लिए गए उस लिक्विड को टेस्ट किट में डाला जाता है। ये किट थोड़ी ही देर में बता देती है कि जिसका सैंपल डाला गया है वो कोरोना वायरस से संक्रमित है कि नहीं। सैंपल डालने के बाद अगर दो रेड लाइन आती है तो इसका मतलब है कि कोरोना पॉजिटिव है। एक लाइन आती है तो वो कोरोना नेगेटिव है।